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टोक्यो ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने जा रहे है हरविंद्र, हरियाणा से आर्चरी के एकमात्र खिलाड़ी

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टोक्यो ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने जा रहे है हरविंद्र, हरियाणा से आर्चरी के एकमात्र खिलाड़ी
एक बार अगर आपने किसी लक्ष्य को निर्धारित करके मंजिल तक पहुंचने की ठान ली तो किसी भी बाधाएं आए आपके इरादे मजबूत है तो आपको कोई नहीं रोक सकता है दूरी चीज आपकी मेहनत भी होगी। ऐसा ही कमाल कैथल के गुहला खंड के छोटे से गांव के हरविंद्र सिंह ने कर दिखाया है। ( Harvindra Archery in Haryana ) टोक्यो ओलंपिक में आर्चरी की प्रतियोगिता के लिए भारत के 5 खिलाड़ियों का चयन हुआ है। इनमें से एक नाम अजीतनगर कस्बा गुहला जिला कैथल निवासी हरविंद्र सिंह का नाम भी शामिल है। टोक्यो में पैरा आर्चरी के रिकर्व इवेंट में खेलने वाले हरविंद्र सिंह हरियाणा के एकमात्र खिलाड़ी होंगे। सभी खिलाड़ियों से देश को पूरी उम्मीदें है कि वे देश के लिए पदक जीतेंगे। लेकिन पीएम मोदी ने कहा है कि सभी खिलाड़ियों को किसी भी दबाव में नहीं खलना है। तनाव मुक्त होकर अपना गेम खेलें। also read: Tokyo Olympics गेम शुरू होने से पहले ही ‘कोरोना’ खेल गया गेम, सामने आया पहला पाॅजिटिव केस

हरियाणा से आर्चरी के एकमात्र खिलाड़ी ( Harvindra Archery in Haryana )

हरविंद्र सिंह इस समय सोनीपत साई कैंप में पैरालंपिक की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि 17 जून को सोनीपत में टौक्यो पैरालंपिक में चयन को लेकर ट्रायल हुए थे। इससे पहले 25 जनवरी को सोनीपत में दुबई में होने वाले विश्व रैंकिंग के लिए ट्रायल हुए थे। इसके लिए आठ खिलाड़ियों का चयन हुआ था। इनके अलावा रिकर्व इवेंट में उतर प्रदेश निवासी विवेक चिकारा, कंपाउंड इवेंट में जम्मु कश्मीर निवासी राकेश कुमार, राजस्थान निवासी श्याम सुंदर और उतरप्रदेश निवासी ज्योति का चयन हो गया है। हरविंदर हरियाणा से आर्चरी के एकमात्र खिलाड़ी है।

एकमात्र लक्ष्य देश के लिए गोल्ड लाना ( Harvindra Archery in Haryana )

21 से 27 फरवरी तक दुबई में एक विश्व रैंकिंग प्रतियोगिता हुई थी जिसमें हरविंद्र ने टीम इवेंट में गोल्ड हासिल किया था। ( Harvindra Archery in Haryana ) इससे पहले 2019 में नीदरलैंड में हुई प्रतियोगिता में पैरालंपिक का कोटा जीत लिया था। बता दें कि कंपाउंड इवेंट में 50 मीटर और रिकर्व इवेंट में 70 मीटर पर निशाना लगाना होता है। हरविंद्र सिंह ने बताया कि उनका अब एकमात्र लक्ष्य है टेक्यो ओलंपिक में देश के लिए गोल्ड मेडल लाना है। इसके लिए वे सोनीपत कैंप में कड़ी मेहनत कर रहे हैं। प्रतियोगिता होने तक वे यहां रहेंगे और इस दौरान परिवार के किसी सदस्य से भी नहीं मिलेंगे। कोरोना काल में हरविंद्र सिंह ने घर पर ही आर्चरी का अभ्यास किया था।

 6 बार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व किया

हरविद्र सिंह देश के पहले तीरंदाज हैं जिन्होंने 2018 में इंडोनेशिया में हुई एशियन पैरा गेम्स में भारत के लिए रिकर्व इवेंट में गोल्ड मेडल हासिल किया था। ( Harvindra Archery in Haryana )  वे छह बार देश का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। एशियन पैरा चैंपियनशिप 2019 में कांस्य पदक हासिल किया था. जून 2019 में नीदरलैंड में आयोजित विश्व पैरा आर्चरी चैंपियनशिप में पैरालंपिक 2020 के लिए कोटा हासिल किया था। कोरोना के कारण पैरालंपिक 2020 की बजाय 2021 में करवाए जाएंगे।
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