टोक्यो ओलंपिक्स

Tokyo Olympics : भारत की बेटियां..एक बेटी देश के लिये गोल्ड लाने के लिये लड़ रही तो दूसरी बेटी देश की रक्षा में दुश्मनों से..

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Tokyo Olympics : भारत की बेटियां..एक बेटी देश के लिये गोल्ड लाने के लिये लड़ रही तो दूसरी बेटी देश की रक्षा में दुश्मनों से..
टोक्यो ओलंपिक में भारत के सभी खिलाड़ी अपने जी-जीन से देश के लिए मेडल लाने के लिये मेहनत कर रहे है। सभी देशवासियों की निगाहें मेडल लाने वाले एथलीट पर है। इस बार भारत की सभी बेटियां मेडल के करीब है। मीराबाई चानू, पीवी सिंधु या फिर लवलीना सभी मेडल के बेहद करीब है। भारतवासियों को इन बेटियों से काफी उम्मीदें भी है।  भारत की एक बेटी ने ओलंपिक में मुक्केबाजी में देश के लिए मेडल जीत लिया है, तो दूसरी बहन सीआईएसएफ में दुश्मनों से देश की रक्षा कर रही है। टोक्यो ओलंपिक में मेडल जीतने वाली लवलीना की बहन जोधपुर में तैनात हैं और अपनी बहन के मेडल जीतने पर जश्न मना रही हैं। टोक्यो में चल रहे ओलंपिक गेम में भारतीय मुक्केबाज लवलीना ने अपना कांस्य पदक पक्का कर लिया है। ( Both sisters in the service of the country )  जिसके बाद पूरा देश तो जश्न मना रहा है और जोधपुर में भी लवलीना की बहन जीत का जश्न मना रही है। Both sisters in the service of the country also read: Tokyo Olympics : भारत की पूजा रानी पदक से नीचे, टोक्यो ओलंपिक मुक्केबाजी में क्वार्टर फाइनल से बाहर

मुश्किल हालातों में जीता मेडल

लवलीना की बहन लीमा जोधपुर एयरपोर्ट पर सीआईएसएफ में तैनात हैं. वे अपनी बहन के मेडल जीतने पर एयरपोर्ट पर ही जश्न मना रही हैं। एयरपोर्ट की अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों ने लीमा को उनकी बहन के मेडल जीतने पर बधाइयां दी है। लवलीना बड़ी ही मुश्किल हालातों से निकलकर मेडल जीता है। टोक्यो ओलंंपिक से पहले लवलीना का मां का ऑपरेशन हुआ था जिस कारण लवलीना मांं की सेहत का ध्यान रखने के लिए मां के पास थी। जिस समय सभी खिलाड़ी ट्रनिंग पर थे उस समय लवलीना ट्रेनिंंगसे दूर मां का ध्यान रख रही थी। ( Both sisters in the service of the country ) इसके बाद कोरोना के कारण भी लवलीना को बड़ी मुश्किल का सामना करना पड़ा। Both sisters in the service of the country

बड़ी बहन ने बताया जीत का राज ( Both sisters in the service of the country )

भारतीय मुक्केबाज लवलीना की बहन लीमा अपनी बहन की जीत पर बहुत खुश हैं। लीमा का कहना हैं कि लवलीना के मेडल जीतने पर उन्हें बहुत गर्व महसूस हो रहा है। साथ ही उन्होंने बताया कि लवलीना के मेडल जीतने के पीछे उसकी कड़ी मेहनत और लगन है। लीमा ने अपनी बहन लवलीना के मेडल जीतने का श्रेय अपनी मां को दिया है।उन्होंने कहा कि मां शुरू से ही दोनों बेटियों को खेलकूद व पढ़ाई में आगे बढ़ने को मोटिवेट करती थी। ( Both sisters in the service of the country ) बहरहाल जोधपुर एयरपोर्ट पर जश्न के माहौल के बीच सभी ने लीमा को बधाई तो दी, लेकिन साथ ही सभी ने ईश्वर से प्रार्थना कर लवलीना को आगे गोल्ड मेडल हासिल करने की उम्मीद जताई।
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