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हार के बाद आंसुओं से छलका भारत की शेरनियों का दर्द, PM मोदी ने कही ये बात

ByRahul Kumar Tamboli,
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हार के बाद आंसुओं से छलका भारत की शेरनियों का दर्द, PM मोदी ने कही ये बात
Tokyo Olympics 2020 : टोक्यो ओलिंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम के हाथ निराशा हाथ लगी। ब्रॉन्ज मेडल के मैच में भारतीय टीम को ग्रेट ब्रिटेन के हाथों 3-4 से हार झेलनी पड़ी। भारतीय महिला टीम ने इस मैच में शानदार प्रदर्शन किया और 0-2 से पिछड़ने के बावजूद जबर्दस्त वापसी करते हुए एक समय 3-2 की बढ़त हासिल कर ली थी। करोड़ों भारतीय फैन्स को भारतीय महिला टीम से मेडल की उम्मीद थी, लेकिन चौथे नंबर पर रहने के बावजूद पूरा देश इन लड़कियों को सलाम कर रहा है। टोक्यो ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए इसी टीम ने ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम को हराया था। इसके बाद टीम को अर्जेंटीना के खिलाफ 1-2 से हार का सामना करना पड़ा। ब्रॉन्ज मेडल मैच में टीम को ग्रेट ब्रिटेन के हाथों हार का सामना करना पड़ा और इसके बाद भारतीय महिला खिलाड़ी मैदान पर ही रोने लगीं। गोलकीपर सविता, जो पूरे टूर्नामेंट में गोलपोस्ट के आगे दीवार की तरह डटी रहीं, वह भी इस हार के बाद अपने आंसुओं को रोक नहीं पाईं। Tokyo Olympics 2020 : 'हमेशा याद रहेगा महिला हॉकी टीम का प्रदर्शन' पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने ट्वीट कर कहा, 'हम टोक्यो ओलंपिक में अपनी महिला हॉकी टीम के शानदार प्रदर्शन को हमेशा याद रखेंगे। उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया। टीम के प्रत्येक सदस्य को उल्लेखनीय साहस, कौशल और लचीलापन का शानदार प्रदर्शन किया। भारत को इस शानदार टीम पर गर्व है।' न्यू इंडिया की भावना को दर्शाती है टीम: पीएम दूसरे ट्वीट में पीएम मोदी ने कहा, 'हम महिला हॉकी में एक पदक से चूक गए, लेकिन यह टीम न्यू इंडिया की भावना को दर्शाती है, जहां हम अपना सर्वश्रेष्ठ देते हैं और नए मोर्चे बनाते हैं। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि ओलंपिक्स में टीम की सफलता भारत की युवा बेटियों को हॉकी को अपनाने और इसमें उत्कृष्टता हासिल करने के लिए प्रेरित करेगी। इस टीम पर गर्व है।' इसे भी पढ़े-  रेसलिंग में भारतीय पहलवान Bajrang Punia की दमदार जीत, गोल्ड मेडल की ओर बढ़ाया कदम जीत के लिए झोंक दी जान Tokyo Olympics 2020 : भारत ने इस मैच को जीतने के लिए सबकुछ दांव पर लगा दिया था। आखिरी क्वार्टर में ग्रेट ब्रिटेन को पेनल्टी कॉर्नर देना और उसका बचाव नहीं कर पाना अंत में टीम को सबसे ज्यादा भारी पड़ा और ग्रेट ब्रिटेन ने यहीं पर 4-3 से बढ़त हासिल कर ली, जो बाद में निर्णायक स्कोर साबित हुआ। ये तस्वीरें दिल तोड़ने वाली हैं, लेकिन इन लड़कियों ने टोक्यो में एक मिसाल कायम कर दी है। इन्होंने साबित कर दिया है कि महिला हॉकी पर बनी फिल्म चक दे इंडिया! को सच किया जा सकता है। Tokyo Olympics 2020 : इसे भी पढ़े-   Tokyo Olympics Wrestling : बजरंग पूनिया सेमीफाइनल में पहुंचे, जगाई Gold की उम्मीद
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