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खेल के हीरो निकले पढ़ाई में जीरो, वैभव सूर्यवंशी CBSE 10th बोर्ड एग्जाम में फेल…जानें सच

वैभव सूर्यवंशी

Jaipur, Apr 28 (ANI): Rajasthan Royals' Vaibhav Suryavanshi celebrates his century during the IPL 2025 match against Gujarat Titans, at Sawai Mansingh Stadium, in Jaipur on Monday. (ANI Photo)

देशभर में इन दिनों 10वीं और 12वीं के बोर्ड परीक्षाओं के परिणामों का दौर चल रहा है। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) और विभिन्न राज्य बोर्ड्स के नतीजे एक-एक कर सामने आ रहे हैं। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक नाम तेजी से वायरल हो रहा है — वैभव सूर्यवंशी।

वही वैभव सूर्यवंशी, जिन्होंने IPL 2025 में अपने धमाकेदार डेब्यू से क्रिकेट जगत में तहलका मचा दिया था। मगर इस बार चर्चा उनके खेल के कारण नहीं, बल्कि उनकी पढ़ाई को लेकर हो रही है।

बताया जा रहा है कि वैभव सूर्यवंशी ने CBSE बोर्ड से 10वीं की परीक्षा दी थी और वे उसमें फेल हो गए हैं। सोशल मीडिया पर तमाम पोस्ट्स और मीम्स इस बात को लेकर तैर रहे हैं कि “खेल में हीरो, पढ़ाई में जीरो।” मगर सवाल यह उठता है कि क्या ये खबर सच है या सिर्फ वायरल होने वाली अफवाहों का एक हिस्सा?

वैभव सूर्यवंशी ने मात्र 14 साल की उम्र में IPL में एंट्री कर सबको चौंका दिया था। जब उन्होंने पहली बार मैदान में कदम रखा, तब लोगों को लगा था कि कम उम्र का यह खिलाड़ी अनुभवहीन गेंदबाजों के सामने टिक नहीं पाएगा।

लेकिन वैभव सूर्यवंशी ने पहले ही मैच में अपनी पहली गेंद पर छक्का जड़कर आलोचकों को करारा जवाब दिया और साबित कर दिया कि उम्र सिर्फ एक संख्या है, हौसले और आत्मविश्वास से ही असली खेल खेला जाता है।

एक नतीजे से नहीं तय होता भविष्य

अब सवाल यह है कि क्या पढ़ाई के क्षेत्र में वैभव का प्रदर्शन उनके खेल जितना प्रभावशाली नहीं रहा? और अगर ऐसा है भी, तो क्या इसका मतलब यह है कि उन्होंने असफलता को गले लगा लिया है?

ज़रा सोचिए, एक 14 वर्षीय किशोर जो देश के सबसे बड़े क्रिकेट मंच पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुका है, क्या उसे पढ़ाई में थोड़ी असफलता मिलने पर आंकना सही होगा?

यह बात समझना जरूरी है कि हर बच्चा हर क्षेत्र में एक जैसा प्रदर्शन नहीं कर सकता। किसी की ताकत खेल होती है, किसी की संगीत, तो किसी की पढ़ाई।

वैभव ने अपने खेल से लाखों युवाओं को प्रेरित किया है, और अगर उनके बोर्ड के नतीजे में कुछ कमी रह भी गई हो, तो यह उनके संपूर्ण व्यक्तित्व को आंकने का पैमाना नहीं हो सकता।

इस वायरल होती खबर की सत्यता की पुष्टि अभी तक किसी आधिकारिक माध्यम से नहीं हुई है। ऐसे में किसी भी नतीजे पर पहुंचना जल्दबाज़ी होगी।

वैभव सूर्यवंशी न सिर्फ एक उभरते हुए खिलाड़ी हैं, बल्कि आने वाले समय में वे देश के लिए गौरव का प्रतीक बन सकते हैं। बोर्ड एग्जाम का एक परिणाम उनका भविष्य तय नहीं कर सकता।

अतः जरूरी है कि हम ऐसी खबरों को लेकर संयम रखें, और एक युवा खिलाड़ी के मनोबल को ठेस न पहुँचाएं। हो सकता है कि बोर्ड रिजल्ट में सुधार की गुंजाइश हो या यह खबर पूरी तरह से झूठी हो।

लेकिन इतना जरूर है कि वैभव सूर्यवंशी जैसे खिलाड़ियों को हमें प्रोत्साहित करना चाहिए, न कि एक असत्यापित खबर के आधार पर उनका मज़ाक उड़ाना चाहिए।

क्या 10वीं क्लास में फेल हो गए वैभव सूर्यवंशी?

हाल ही में सोशल मीडिया पर एक हैरान कर देने वाली खबर वायरल हुई, जिसमें दावा किया गया कि 14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी 10वीं कक्षा की सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में फेल हो गए हैं।

इस पोस्ट में यह भी कहा गया कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए एक असाधारण कदम उठाया है और संभावित मूल्यांकन त्रुटियों को लेकर DRS-शैली में उत्तर पुस्तिकाओं की समीक्षा की मांग की है।

जैसे ही यह खबर सामने आई, सोशल मीडिया पर हलचल मच गई। कई लोग हैरान रह गए कि इतनी छोटी उम्र में इतना लोकप्रिय चेहरा कैसे फेल हो सकता है। लोगों ने इस पर अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं दीं, मीम्स बनाए गए और पोस्ट शेयर किए जाने लगे। लेकिन क्या वाकई वैभव सूर्यवंशी 10वीं में फेल हो गए?

आइए जानते हैं इस खबर की असलियत

जब इस वायरल दावे की सच्चाई की तह में जाकर पड़ताल की गई, तो पता चला कि यह खबर पूरी तरह से झूठी है। दरअसल, यह एक व्यंग्यात्मक पोस्ट थी, जिसे मनोरंजन और हास्य के उद्देश्य से बनाया गया था। पोस्ट के कैप्शन में भी यह साफ-साफ बताया गया था कि वैभव के फेल होने की बात एक मज़ाक है और इसका हकीकत से कोई लेना-देना नहीं है।

सच्चाई यह है कि वैभव सूर्यवंशी न तो 10वीं क्लास में फेल हुए हैं और न ही पास होकर 11वीं में गए हैं। और इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि उन्होंने अभी तक 10वीं की बोर्ड परीक्षा दी ही नहीं है। यानी, न तो उन्होंने परीक्षा में भाग लिया, और न ही उनका कोई रिजल्ट आया है।

यह एक रचनात्मक और हास्यपूर्ण तरीके से तैयार किया गया व्यंग्य था, जिसमें बोर्ड परीक्षा और क्रिकेट की DRS प्रणाली को जोड़ते हुए एक फर्जी कहानी बनाई गई। कुछ लोगों ने इसे सही मान लिया, जबकि हकीकत में यह एक सोशल मीडिया पर वायरल मज़ाक भर था।

यह घटना हमें यह सिखाती है कि सोशल मीडिया पर फैली किसी भी जानकारी को आंख बंद करके सच मान लेना ठीक नहीं होता। जब तक किसी खबर की पुष्टि न हो जाए, तब तक उसे शेयर करने या उस पर प्रतिक्रिया देने से बचना चाहिए।

ये खबर नहीं, व्यंग्य है…

सोशल मीडिया पर इन दिनों एक खबर बड़ी तेजी से वायरल हो रही है जिसमें दावा किया गया है कि वैभव सूर्यवंशी 10वीं के बोर्ड परीक्षा में फेल हो गए हैं और BCCI ने उनकी उत्तर पुस्तिका (Answer Sheet) की DRS यानी ‘Decision Review System’ की तर्ज पर समीक्षा करने का अनुरोध किया है।

लेकिन सच्चाई यह है कि यह खबर कोई वास्तविक सूचना नहीं, बल्कि एक व्यंग्य है। इसमें ना कोई तथ्यात्मक सच्चाई है और ना ही इसे गंभीरता से लेने की जरूरत है।

असल में, वैभव सूर्यवंशी फिलहाल 9वीं कक्षा के छात्र हैं, और 10वीं की परीक्षा उन्होंने दी ही नहीं है। ऐसे में उनके फेल या पास होने का सवाल ही नहीं उठता। यह खबर एक मजाकिया रूप में बनाई गई है, जिसे कुछ लोगों ने सच मानकर शेयर करना शुरू कर दिया।

वैभव सूर्यवंशी हाल ही में आईपीएल 2025 में अपने धमाकेदार प्रदर्शन के चलते चर्चा में आए हैं। वह राजस्थान रॉयल्स की टीम के युवा खिलाड़ी हैं और महज 14 साल की उम्र में उन्होंने वो कारनामा कर दिखाया है जिसे भारतीय क्रिकेट के बड़े-बड़े दिग्गज सालों से नहीं कर पाए।

आईपीएल के सबसे तेज भारतीय शतकवीर

वैभव सूर्यवंशी ने आईपीएल इतिहास का दूसरा सबसे तेज शतक सिर्फ 35 गेंदों में जड़कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। इस उपलब्धि के साथ वह आईपीएल में सबसे तेज शतक लगाने वाले भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं। उन्होंने यूसुफ पठान का रिकॉर्ड तोड़ा, जिन्होंने 37 गेंदों में शतक बनाया था।

अब तक खेले गए 5 आईपीएल मैचों में वैभव सूर्यवंशी ने 209.45 की स्ट्राइक रेट से 155 रन बनाए हैं, जिसमें उन्होंने 16 छक्के और 10 चौके लगाए हैं। यह प्रदर्शन किसी अनुभवी बल्लेबाज से कम नहीं है, और उनकी उम्र को देखते हुए यह और भी प्रेरणादायक बन जाता है।

हालांकि, उनकी टीम राजस्थान रॉयल्स इस बार आईपीएल 2025 प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो चुकी है, लेकिन वैभव ने अपनी विस्फोटक बल्लेबाज़ी से क्रिकेट जगत का ध्यान खींच लिया है। उनका नाम अब सिर्फ एक खिलाड़ी के रूप में नहीं, बल्कि एक उभरते सितारे के रूप में लिया जा रहा है।

इसलिए सोशल मीडिया पर जो “फेल होने” वाली खबर फैलाई जा रही है, उसे एक हास्य और व्यंग्य के नजरिये से देखें, न कि किसी तथ्यात्मक खबर के रूप में। वैभव सूर्यवंशी का असली इम्तिहान तो क्रिकेट के मैदान पर है – और उसमें वह पूरे नंबरों से पास हो चुके हैं।

IPL 2025 में ठोका 35 गेंदों में शतक

वैभव सूर्यवंशी, जो अभी 14 साल के हैं और 9वीं कक्षा में पढ़ रहे हैं, ने IPL 2025 में अपनी धमाकेदार बल्लेबाज़ी से सबका ध्यान खींचा है। सोशल मीडिया पर उन्हें 10वीं का छात्र बताया गया, लेकिन सच्चाई ये है कि वे अभी बोर्ड परीक्षा तक नहीं पहुँचे हैं।

उन्होंने IPL 2025 के एक मैच में सिर्फ 35 गेंदों में शतक ठोक दिया, जिसमें 11 शानदार छक्के शामिल थे। वैभव अब फेल होने वाले छात्र नहीं, बल्कि T20 क्रिकेट की दुनिया में सबसे कम उम्र में शतक लगाने वाले बल्लेबाज़ के रूप में जाने जा रहे हैं।

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pic credit -ANI 

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