विराट कोहली की रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने आखिरकार आईपीएल 2025 में अपने घरेलू मैदान पर जीत की राह पकड़ ही ली, और इस जीत ने ना केवल पिछले तीन मैचों की हार का सिलसिला तोड़ा बल्कि टीम में एक नई ऊर्जा का संचार भी कर दिया।
चिन्नास्वामी स्टेडियम की दर्शकों से खचाखच भरी स्टैंड्स में जब बेंगलुरु और राजस्थान आमने-सामने थे, तब किसी को अंदाज़ा नहीं था कि यह मुकाबला इतना रोमांचक मोड़ लेगा।
बेंगलुरु के कप्तान रजत पाटीदार की अगुआई में टीम ने शानदार जज़्बा दिखाया और हर मोर्चे पर दबदबा बनाए रखा। पहले बल्लेबाजी करने उतरी बेंगलुरु की टीम की शुरुआत कुछ धीमी रही
लेकिन फिर विराट कोहली और देवदत्त पडिक्कल की अनुभवी जोड़ी ने कमाल का संयम और आक्रामकता दिखाते हुए बेहतरीन अर्धशतक जड़े। दोनों बल्लेबाजों की फॉर्म में वापसी ने स्टेडियम का माहौल गर्मा दिया और देखते ही देखते स्कोरबोर्ड पर 205 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर दर्ज हो गया।
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लक्ष्य का पीछा करने उतरी राजस्थान रॉयल्स की शुरुआत तो अच्छी रही, खासकर यशस्वी जायसवाल और ध्रुव जुरेल की विस्फोटक पारियों ने मैच को कांटे की टक्कर में ला खड़ा किया। एक वक्त ऐसा लगने लगा था कि राजस्थान आसानी से यह मुकाबला जीत लेगी, लेकिन तभी बेंगलुरु के गेंदबाजों ने कमाल कर दिया।
जॉश हेजलवुड ने अपनी सटीक लाइन और लेंथ से राजस्थान के मिडल ऑर्डर को परेशान किया, वहीं क्रुणाल पंड्या ने अपने अनुभव और चतुराई से विकेट चटकाते हुए मुकाबले को पूरी तरह पलट दिया। इन दोनों की बेहतरीन गेंदबाजी की बदौलत विराट कोहली की बेंगलुरु ने राजस्थान को 11 रन से मात दी और घरेलू मैदान पर बहुप्रतीक्षित जीत का स्वाद चखा।
यह जीत सिर्फ दो अंक ही नहीं, बल्कि आत्मविश्वास की वो संजीवनी भी है जिसकी बेंगलुरु को सख्त जरूरत थी। खिलाड़ियों के प्रदर्शन, टीम की रणनीति और दर्शकों का जोश—सब कुछ इस जीत को खास बनाता है। अब देखना यह होगा कि क्या रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु इसी लय को बरकरार रखते हुए अपने खिताबी सफर को आगे बढ़ा पाएगी।
कोहली-पडिक्कल ने दिलाया बेंगलुरु को मजबूत स्कोर
एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए इस सीजन के चौथे मुकाबले में एक बार फिर दर्शकों को रोमांच से भरपूर क्रिकेट देखने को मिला।
हालांकि विराट कोहली की होम टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के कप्तान रजत पाटीदार के लिए टॉस एक बार फिर निराशा लेकर आया, क्योंकि वो लगातार चौथी बार टॉस हार गए और टीम को एक बार फिर पहले बल्लेबाजी करनी पड़ी। लेकिन इस बार कहानी कुछ अलग रही।
जहां पिछले मैचों में बेंगलुरु की टीम पावरप्ले में ही दबाव में आ जाती थी, वहीं इस बार विराट कोहली और फिल सॉल्ट की सलामी जोड़ी ने टीम को शानदार शुरुआत दिलाई। विराट कोहली और फिल सॉल्ट ने मिलकर सिर्फ 6.4 ओवर में 61 रन जोड़ दिए। सॉल्ट ने 26 रन बनाए, जबकि विराट कोहली एक बार फिर क्लासिक अंदाज़ में नजर आए और उन्होंने 70 रनों की लाजवाब पारी खेली।
इसके बाद मैदान पर आए देवदत्त पडिक्कल ने कोहली के साथ मिलकर राजस्थान के गेंदबाजों की परीक्षा ली। दोनों बल्लेबाजों ने समझदारी और आक्रामकता का बेहतरीन संतुलन दिखाते हुए सिर्फ 51 गेंदों में 95 रन की साझेदारी की।
विराट कोहली ने सीजन का 5वां अर्धशतक पूरा किया
इस साझेदारी के दौरान विराट कोहली ने अपना इस सीजन का पांचवां अर्धशतक पूरा किया, जबकि पडिक्कल ने लगातार दूसरा अर्धशतक जड़ा। दोनों बल्लेबाजों की इस साझेदारी ने टीम की नींव को इतना मजबूत कर दिया कि अंत में कोई भी बल्लेबाज खुलकर खेल सका।
इन्हीं मजबूत बुनियादों पर टिम डेविड और जितेश शर्मा ने तूफानी अंदाज़ में बल्लेबाज़ी की। इन दोनों ने मिलकर सिर्फ 19 गेंदों में 42 रन की तेज़ साझेदारी कर डाली, जिससे टीम का स्कोर 200 के पार पहुंच गया।
जब पारी का अंत हुआ तो विराट कोहली की बेंगलुरु का स्कोर 205 रन था – एक ऐसा स्कोर जो विरोधी टीम के लिए काफी चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है।
विराट कोहली और पडिक्कल की ये साझेदारी न सिर्फ रन बोर्ड पर भारी साबित हुई, बल्कि दर्शकों के लिए भी एक यादगार अनुभव बन गई।
दोनों बल्लेबाजों ने दिखा दिया कि जब लय में हों तो किसी भी गेंदबाज़ी आक्रमण को ध्वस्त करना कोई मुश्किल काम नहीं है। चिन्नास्वामी की यह शाम कोहली और पडिक्कल के नाम रही – जहां बल्ला बोला और रिकॉर्ड बने।
राजस्थान की रोमांचक पारी-एक यादगार मुकाबला
राजस्थान की ओर से जब जवाबी पारी की शुरुआत हुई, तो स्टेडियम तालियों से गूंज उठा। यशस्वी जायसवाल ने पहले ही गेंद पर छक्का जड़कर यह साफ कर दिया कि वो इस मुकाबले को एकतरफा नहीं होने देंगे।
19 गेंदों में 49 रनों की धुआंधार पारी खेलकर जायसवाल ने राजस्थान को तेज शुरुआत दिलाई। उन्होंने वैभव सूर्यवंशी (16) के साथ मिलकर सिर्फ 5 ओवर में स्कोर को 50 रन के पार पहुंचा दिया और बेंगलुरु की गेंदबाजी पर दबाव बना दिया।
इसके बाद क्रीज़ पर आए नीतीश राणा (28), जिन्होंने आते ही तूफानी अंदाज में रन बटोरने शुरू कर दिए। कप्तान रियान पराग (22) के साथ मिलकर उन्होंने पावरप्ले के अंत तक टीम को 72 रन तक पहुंचा दिया।
ऐसा लग रहा था कि राजस्थान की टीम इस लक्ष्य को बड़ी आसानी से हासिल कर लेगी। लेकिन सातवें ओवर में जोश हेजलवुड (4 विकेट, 33 रन) ने जायसवाल का महत्वपूर्ण विकेट लेकर बेंगलुरु को एक बड़ी राहत दिलाई।
क्रुणाल पंड्या और हेजलवुड की शानदार वापसी
10वें ओवर में क्रुणाल पंड्या (2 विकेट, 31 रन) ने रियान पराग को आउट कर राजस्थान को झटका दिया। फिर उन्होंने नीतीश राणा को भी चलता किया और अचानक राजस्थान की रन गति पर ब्रेक लग गया।
इसके बाद ध्रुव जुरेल और शिमरॉन हेटमायर पर जीत की जिम्मेदारी आ गई। हालांकि, इन दोनों बल्लेबाज़ों की पिछली परफॉर्मेंस कुछ खास नहीं रही थी, लेकिन इस बार दोनों ने संयम और आक्रमण का बेहतरीन मिश्रण दिखाया।
लेकिन जैसे ही साझेदारी मज़बूत होती दिख रही थी, 17वें ओवर में हेजलवुड ने हेटमायर को चलता कर दिया। इसके बाद 18वें ओवर में जुरेल ने भुवनेश्वर कुमार के ओवर में 22 रन ठोककर उम्मीदें जगा दीं।
मगर 19वें ओवर में मैच ने फिर करवट ली — हेजलवुड ने पहले जुरेल (47 रन) और फिर जोफ्रा आर्चर को एक ही ओवर में आउट कर दिया, और सिर्फ 1 रन दिया। यह ओवर राजस्थान के लिए निर्णायक साबित हुआ।
अंतिम ओवर की नाटकीयता और हार का कड़वा स्वाद
आखिरी ओवर में राजस्थान को जीत के लिए 17 रनों की जरूरत थी। स्ट्राइक पर मौजूद बल्लेबाजों ने पूरा जोर लगाया, लेकिन यश दयाल ने शानदार गेंदबाज़ी करते हुए राजस्थान को 194 रन पर रोक दिया और विराट कोहली की बेंगलुरु को एक यादगार जीत दिलाई।
इस मुकाबले ने दिखा दिया कि क्रिकेट सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि भावनाओं का तूफान होता है — कभी खुशी, कभी निराशा, और हर पल बदलता रोमांच। यशस्वी जायसवाल की विस्फोटक शुरुआत और हेजलवुड की घातक गेंदबाजी लंबे समय तक याद रखी जाएगी।