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विराट कोहली रणजी मैच में लगाएंगे रनों की झड़ी, नहीं होगी टीवी स्क्रीनिंग

Virat Kohli Ranji match

virat kohli ranji trophy: इंटरनेशनल क्रिकेट में लंबे समय से खराब फॉर्म का सामना कर रहे भारतीय क्रिकेट के दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली अब डोमेस्टिक क्रिकेट के जरिए अपनी खोई हुई लय को वापस लाने की कोशिश में जुट गए हैं।

2024 में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी और वनडे मैचों में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद, विराट ने अपनी बल्लेबाजी को बेहतर बनाने के लिए रणजी ट्रॉफी में खेलने का फैसला किया है।

यह फैसला न केवल उनकी फॉर्म को सुधारने के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि उनके फैंस के लिए भी एक बड़ी उम्मीद लेकर आया है।

रणजी ट्रॉफी में वापसी करने के लिए विराट ने 13 साल बाद कमर कस ली है। दिलचस्प बात यह है कि इस बार उनकी तैयारी में एक खास शख्स मदद कर रहा है।(virat kohli ranji trophy)

यह वही शख्स है जिसने पहले भी विराट को अपनी कोचिंग से मजबूत बल्लेबाज बनाया था। इस बैटिंग कोच ने टीम इंडिया और RCB के साथ काम करते हुए विराट को उनकी बल्लेबाजी में नई ऊंचाइयों तक पहुंचने में मदद की थी। यही वजह है कि विराट ने अपनी फॉर्म सुधारने के लिए एक बार फिर इस कोच से मार्गदर्शन लेने का फैसला किया है।

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रणजी में वापसी और आगे की चुनौतियां

विराट कोहली के करियर में ऐसा पहली बार नहीं है जब वह कठिन समय से गुजर रहे हों। इससे पहले भी उन्होंने खराब फॉर्म से बाहर निकलकर शानदार वापसी की है।

उनके इस प्रयास में उनके पुराने कोच का गुरु मंत्र उनकी सबसे बड़ी ताकत बन सकता है। यह वही गुरु मंत्र है जिसने 6 साल पहले विराट कोहली के बल्ले से रनों की बाढ़ ला दी थी।

फैंस अब यही उम्मीद कर रहे हैं कि रणजी ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन के जरिए विराट फिर से अपने पुराने अंदाज में लौटेंगे।(virat kohli ranji trophy

रणजी ट्रॉफी में विराट कोहली का प्रदर्शन उनकी आगामी चुनौतियों के लिए निर्णायक साबित हो सकता है।

इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज और चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में विराट से टीम को बड़ी उम्मीदें हैं। अगर विराट रणजी में दमदार प्रदर्शन करते हैं, तो इसका सकारात्मक असर उनके अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट पर भी पड़ेगा।

विराट के बल्ले से फिर होगी रनों की बारिश?(virat kohli ranji trophy)

अब सवाल यह है कि क्या विराट रणजी ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन करते हुए अपने बल्ले से एक बार फिर रनों की बारिश करेंगे?

क्या उनके इस कदम से टीम इंडिया को वह बल्लेबाज वापस मिलेगा जिसने सालों तक गेंदबाजों के छक्के छुड़ाए थे?

फैंस को भरोसा है कि उनका पसंदीदा खिलाड़ी एक बार फिर उसी अंदाज में लौटेगा, जिसे देखने के लिए दुनिया बेताब रहती है।(virat kohli ranji trophy)

इस कहानी का सबसे रोमांचक हिस्सा यह है कि विराट कोहली ने न केवल अपनी फॉर्म सुधारने का फैसला किया है, बल्कि अपने पुराने कोच के मार्गदर्शन में अपनी बल्लेबाजी को फिर से मजबूत करने की दिशा में कदम बढ़ाया है। अब सबकी नजरें रणजी ट्रॉफी पर हैं, जहां से विराट कोहली की वापसी की कहानी शुरू हो सकती है।

रणजी ट्रॉफी में करेंगे धमाकेदार वापसी

भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली इस समय रणजी ट्रॉफी के लिए अपनी तैयारियों में जुटे हुए हैं। कोहली, जो अपनी घरेलू टीम दिल्ली के लिए खेलेंगे, इस टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन के जरिए अपनी खोई हुई फॉर्म को वापस लाने की कोशिश कर रहे हैं।

दिल्ली की टीम 30 जनवरी से रेलवे के खिलाफ रणजी ट्रॉफी का दूसरा मुकाबला खेलेगी, और इस मैच में विराट कोहली भी मैदान पर नजर आएंगे।(virat kohli ranji trophy)

लेकिन इससे पहले, विराट ने अपनी बल्लेबाजी को सुधारने और तकनीक को धार देने के लिए आरसीबी और भारतीय टीम के पूर्व बैटिंग कोच संजय बांगर की मदद ली है।

संजय बांगर से बैटिंग टिप्स ले रहे कोहली

विराट कोहली फिलहाल मुंबई में हैं और संजय बांगर की देखरेख में अपनी बल्लेबाजी को निखारने के लिए मेहनत कर रहे हैं।(virat kohli ranji trophy)

संजय बांगर का कोचिंग अनुभव विराट के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है, क्योंकि बांगर ने पहले भी आरसीबी और भारतीय टीम के साथ काम करते हुए कई बल्लेबाजों की तकनीक को सुधारने में अहम भूमिका निभाई है।

विराट और बांगर के बीच यह तालमेल उनके आगामी मैचों में बेहतरीन प्रदर्शन के संकेत दे रहा है।

ऑफ स्टंप से बाहर की गेंदों पर फोकस

बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान विराट कोहली को ऑफ स्टंप से बाहर जाती हुई गेंदों पर काफी संघर्ष करना पड़ा था।(virat kohli ranji trophy

पांच मैचों की 9 पारियों में विराट आधा दर्जन से ज्यादा बार ऑफ स्टंप के बाहर की गेंदों पर आउट हुए। यही कमजोरी उनकी फॉर्म पर भारी पड़ी और उनकी बल्लेबाजी पर सवाल उठने लगे।

मुंबई में संजय बांगर की देखरेख में विराट ने इसी कमजोरी पर ध्यान केंद्रित किया।(virat kohli ranji trophy)

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में विराट कोहली ऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंदों पर खास अभ्यास करते हुए नजर आ रहे हैं। इस दौरान संजय बांगर उन्हें तकनीकी सुझाव देते हुए भी दिखे।

13 साल बाद रणजी ट्रॉफी में वापसी करने वाले विराट कोहली इस टूर्नामेंट को अपने लिए एक सुनहरा मौका मान रहे हैं।

उनकी मेहनत और संजय बांगर के सुझावों के बाद फैंस को उम्मीद है कि विराट इस घरेलू मंच पर अपनी खोई हुई लय को फिर से हासिल करेंगे।(virat kohli ranji trophy)

यह फॉर्म न केवल रणजी ट्रॉफी में दिल्ली के लिए महत्वपूर्ण होगी, बल्कि आगामी इंग्लैंड सीरीज और चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए भी अहम साबित होगी।

संजय बांगर का गुरु मंत्र बदल देगा खेल?

संजय बांगर ने पहले भी विराट कोहली के खेल में सुधार किया है और उन्हें एक परिपक्व बल्लेबाज के रूप में निखारा है।

अब, रणजी ट्रॉफी से पहले संजय बांगर का मार्गदर्शन विराट कोहली की बल्लेबाजी को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकता है।(virat kohli ranji trophy)

फैंस को उम्मीद है कि कोहली न केवल रणजी ट्रॉफी में बल्कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भी अपने पुराने अंदाज में लौटेंगे और अपने बल्ले से रनों की बौछार करेंगे।

विराट कोहली का मैदान पर प्रदर्शन हमेशा ही क्रिकेट प्रेमियों के लिए खास रहा है। उनके फैंस को उम्मीद है कि रणजी ट्रॉफी में उनका खेल एक बार फिर से उन्हें रनों का अंबार लगाने वाले विराट कोहली के रूप में देखने का मौका देगा।(virat kohli ranji trophy)

अब देखना यह होगा कि संजय बांगर के साथ की गई यह खास तैयारी मैदान पर कितना असर दिखाती है और क्या विराट अपने आलोचकों को करारा जवाब देने में कामयाब होते हैं।

बांगर की कोचिंग में कोहली का सुनहरा दौर(virat kohli ranji trophy)

संजय बांगर का नाम भारतीय क्रिकेट के उन कोचों में शामिल है, जिन्होंने विराट कोहली के करियर को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई है।

2014 से 2018 तक भारतीय टीम के बैटिंग कोच रहते हुए, संजय बांगर ने कोहली की बल्लेबाजी को धार दी। यही वह दौर था जब कोहली के बल्ले से रनों का सैलाब उमड़ पड़ा था।

खासतौर पर, 2018 में इंग्लैंड दौरे पर विराट ने बांगर की कोचिंग में 593 रन बनाए थे और अपनी तकनीक और क्लास का बेहतरीन प्रदर्शन किया था।

इतना ही नहीं, आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के लिए भी विराट ने बांगर की कोचिंग में कई यादगार पारियां खेलीं।(virat kohli ranji trophy)

उनके मार्गदर्शन में विराट का स्ट्राइक रेट और बल्लेबाजी औसत दोनों में जबरदस्त सुधार देखने को मिला। अब, 6 साल बाद, विराट एक बार फिर बांगर से गुरु मंत्र लेकर मैदान में उतरने वाले हैं।

फैंस को उम्मीद है कि रणजी ट्रॉफी और उसके बाद के मैचों में कोहली का बल्ला फिर से रनों की बारिश करेगा।

आयुष बडोनी की कप्तानी में खेलेंगे कोहली

दिल्ली की टीम रणजी ट्रॉफी में अपना दूसरा मुकाबला रेलवे के खिलाफ खेलने वाली है, और इस बार टीम की कप्तानी आयुष बडोनी के हाथों में होगी।

दिलचस्प बात यह है कि आयुष बडोनी की उम्र मात्र 25 साल है, और उन्होंने अभी तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम नहीं रखा है।(virat kohli ranji trophy)

यह अनुभवहीन कप्तान विराट कोहली जैसे दिग्गज खिलाड़ी के साथ मैदान पर अपनी टीम की अगुवाई करेगा।

आयुष ने अब तक घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में ही अपने खेल का प्रदर्शन किया है। हालांकि, उनके नेतृत्व में विराट कोहली का खेलना दिल्ली की टीम के लिए न केवल प्रेरणादायक होगा, बल्कि यह युवा कप्तान के लिए भी एक बड़ा अनुभव साबित होगा।

विराट जैसे खिलाड़ी के साथ खेलने और उनकी उपस्थिति में रणनीतियां बनाना आयुष के करियर के लिए मील का पत्थर साबित हो सकता है।

संजय बांगर के साथ विराट कोहली की यह नई साझेदारी क्रिकेट प्रेमियों को एक बार फिर से पुरानी यादों में ले जा रही है।(virat kohli ranji trophy)

बांगर की कोचिंग में विराट ने अपने करियर का सबसे बेहतरीन क्रिकेट खेला था। अब सवाल यह है कि क्या यह गुरु-शिष्य की जोड़ी एक बार फिर से मैदान पर धमाल मचाएगी?

रणजी से इंटरनेशनल क्रिकेट तक की उम्मीदें(virat kohli ranji trophy)

रणजी ट्रॉफी में विराट कोहली का प्रदर्शन सिर्फ दिल्ली टीम के लिए नहीं, बल्कि पूरे भारतीय क्रिकेट के लिए अहम होगा। इंग्लैंड सीरीज और चैंपियंस ट्रॉफी 2025 से पहले, कोहली की फॉर्म में वापसी टीम इंडिया को नई ताकत दे सकती है।

फैंस कोहली के बल्ले से धमाकेदार प्रदर्शन की उम्मीद कर रहे हैं। संजय बांगर के मार्गदर्शन और रणजी ट्रॉफी के मंच पर कोहली का शानदार खेल देखना रोमांचक होगा। सभी की नजरें इस बात पर होंगी कि क्या कोहली अपने पुराने अंदाज में लौटकर रनों की बारिश कर पाएंगे।(virat kohli ranji trophy)

सिर्फ कोहली ही नहीं, आयुष बडोनी की कप्तानी भी इस मुकाबले में आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। यह मैच अनुभव और युवा जोश का अद्भुत संगम पेश करेगा। रणजी ट्रॉफी का यह मुकाबला एक नई कहानी लिखने के लिए तैयार है।

लंबे वक्त बाद रणजी में कोहली की वापसी

विराट कोहली का रणजी ट्रॉफी 2024-25 में दिल्ली के लिए ग्रुप चरण का आखिरी मुकाबला खेलना लगभग तय हो चुका है।

दिल्ली की टीम यह मैच रेलवे के खिलाफ 30 जनवरी से अरुण जेटली स्टेडियम में खेलेगी। लंबे समय बाद कोहली को रणजी ट्रॉफी में खेलते देखने के लिए फैंस बेहद उत्साहित हैं।

मुकाबले से पहले विराट कोहली ने अरुण जेटली स्टेडियम में दिल्ली की टीम के साथ अभ्यास शुरू कर दिया है।

सोशल मीडिया पर कोहली के अभ्यास की तस्वीरें तेजी से वायरल हो रही हैं, जिनमें वह अपनी टीम के साथ मैदान पर रनिंग करते नजर आ रहे हैं।

यह मुकाबला खास इसलिए भी है क्योंकि कोहली करीब 12 साल बाद रणजी ट्रॉफी में वापसी कर रहे हैं।(virat kohli ranji trophy)

आखिरी बार उन्होंने नवंबर 2012 में दिल्ली के लिए उत्तर प्रदेश के खिलाफ रणजी मुकाबला खेला था। उनकी वापसी से टीम का हौसला और फैंस की उम्मीदें दोनों बुलंद हैं।

रणजी ट्रॉफी में कोहली की वापसी

भारतीय क्रिकेट के सुपरस्टार विराट कोहली 12 साल से ज्यादा लंबे समय के बाद रणजी ट्रॉफी में वापसी के लिए तैयार हैं।

दिल्ली की टीम 30 जनवरी से रेलवे के खिलाफ मुकाबला खेलेगी, जिसमें कोहली का खेलना लगभग तय माना जा रहा है।(virat kohli ranji trophy)

टीम का ऐलान हो चुका है, और फैंस विराट कोहली को अपनी घरेलू टीम दिल्ली के लिए खेलते हुए देखने को लेकर बेहद उत्साहित हैं।

क्या लाइव दिखेगा यह मुकाबला?

दिल्ली और रेलवे के बीच खेले जाने वाले इस मुकाबले को लेकर फैंस में उत्सुकता है कि क्या यह मैच टीवी पर लाइव प्रसारित होगा।

हालांकि, यह जानकर उन्हें थोड़ी निराशा हो सकती है कि इस मुकाबले का टीवी पर लाइव प्रसारण या ऑनलाइन स्ट्रीमिंग होने की संभावना बेहद कम है।(virat kohli ranji trophy)

डीडीसीए की स्थिति स्पष्ट

दिल्ली एंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन (DDCA) ने इस मुद्दे पर बयान देते हुए कहा है कि उन्हें अभी तक इस मुकाबले के लाइव प्रसारण को लेकर बीसीसीआई से कोई सूचना नहीं मिली है।

हालांकि, यह भी कहा जा रहा है कि बीसीसीआई आखिरी समय में कुछ व्यवस्था कर सकता है, खासतौर पर इसलिए क्योंकि विराट कोहली इस मुकाबले का हिस्सा हैं।

डीडीसीए के एक अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर पीटीआई से बात करते हुए कहा, “हमें नहीं पता कि बीसीसीआई आखिरी समय में कोई इंतजाम करेगा या नहीं, क्योंकि कोहली खेल रहे हैं। लेकिन हमें इस खेल के प्रसारण के बारे में कोई भी जानकारी नहीं दी गई है। आमतौर पर सभी बड़े सेंटर को एक लाइव गेम दिया जाता है, और हमारा तमिलनाडु के खिलाफ मुकाबला लाइव प्रसारित किया गया था। हालांकि, प्रसारण का रोस्टर महीनों पहले ही तय हो जाता है।”

बीसीसीआई का प्रसारण रोस्टर

रणजी ट्रॉफी के ग्रुप स्टेज के आखिरी चरण के लिए बीसीसीआई ने तीन मुकाबलों का प्रसारण तय किया है। इन मुकाबलों में कर्नाटक बनाम हरियाणा, बंगाल बनाम पंजाब, और जम्मू एवं कश्मीर बनाम बड़ौदा का मैच शामिल है।

अब यह देखना दिलचस्प होगा कि बीसीसीआई, विराट कोहली की उपस्थिति को ध्यान में रखते हुए, आखिरी समय में कोई विशेष निर्णय लेता है या नहीं।

फैंस विराट कोहली को रणजी ट्रॉफी में इतने लंबे अंतराल के बाद खेलते हुए देखने के लिए बेहद उत्सुक हैं। हालांकि, लाइव प्रसारण न होने की खबर से वे थोड़ा निराश हो सकते हैं।(virat kohli ranji trophy)

यह मुकाबला भारतीय घरेलू क्रिकेट में खासा अहमियत रखता है, क्योंकि कोहली जैसे दिग्गज खिलाड़ी डोमेस्टिक क्रिकेट के जरिए अपनी फॉर्म में वापसी की कोशिश करेंगे।

आखिरी समय में बदलाव संभव

बीसीसीआई के इतिहास को देखते हुए, यह कहना गलत नहीं होगा कि विराट कोहली की लोकप्रियता को ध्यान में रखते हुए बोर्ड आखिरी समय में कुछ निर्णय ले सकता है। फैंस को अभी भी उम्मीद है कि इस ऐतिहासिक मुकाबले को देखने का मौका उन्हें जरूर मिलेगा।

दिल्ली और रेलवे के बीच होने वाला यह रणजी ट्रॉफी मुकाबला सिर्फ एक मैच नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट के लिए एक महत्वपूर्ण पल है।(virat kohli ranji trophy)

विराट कोहली की वापसी और उनके प्रदर्शन पर सभी की निगाहें टिकी होंगी। हालांकि लाइव प्रसारण की स्थिति स्पष्ट नहीं है, लेकिन फैंस अब भी बीसीसीआई के अंतिम निर्णय का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

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