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मेलबर्न। आस्ट्रेलिया के कप्तान टिम पेन ने कहा है कि वह मैच को स्थिति के हिसाब से अपने बल्लेबाजी क्रम को बदलते रहना चाहते हैं। उन्होंने साथ ही कहा कि भारत के खिलाफ पहले टेस्ट मैच मे किया गया प्रदर्शन दूसरे टेस्ट में उनके ऊपर अतिरिक्त दबाव लेकर नहीं आएगा। भारत और आस्ट्रेलिया के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा मैच मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) पर कल से शुरू हो रहा है।
पेन ने एडिलेड ओवल मैदान पर खेले गए पहले टेस्ट मैच में नाबाद 73 रनों की अहम पारी खेली थी जो आस्ट्रेलिया की आठ विकेट की जीत का एक अहम कारण बनी। इस पारी के कारण पेन को मैन ऑफ द मैच चुना गया था।
बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच से पहले आज पेन ने कहा, बल्लेबाज के तौर पर मेरी पारियां कम रही हैं, और ऐसी कम ही रही हैं जिनका खेल पर प्रभाव पड़ा हो। मैं भाग्यशाली हूं कि इस महान टीम में आमतौर पर हमारे शीर्ष-6 बल्लेबाज काम कर देते हैं। पिछले मैच में मुझे मौका मिला था कि मैं अपना योगदान दे सकूं, इसलिए वो योगदान देकर मुझे अच्छा लगा।
इसलिए अगर मैं 5-400 या 5-70 पर बल्लेबाजी करने जाता हूं तो मेरे ऊपर एक जिम्मेदारी रहती है। जैसा मैंने कहा, मेरी भूमिका इसे लेकर भी बदलती है कि मैं किसके साथ बल्लेबाजी कर रहा हूं और मैच की स्थिति क्या है। उन्होंने कहा, मैं अपने बल्लेबाजी क्रम को लेकर लचीला रहना चाहता हूं। कई बार मेरी बारी होती है कि मैं रन बनाऊं और एडिलेड में यही था। उम्मीद है कि इस सप्ताह हम बोर्ड पर काफी सारे रन टागेंगे।
पेन ने हाल ही में द आस्ट्रेलियन अखबार में एक कॉलम लिखा था जिसमें उन्होंने बताया था कि मार्नस लाबुशैन ने शेफील्ड मैच के दौरान उनकी बल्लेबाजी में तकनीकी तौर पर मदद की। उन्होंने कहा, साउथ आस्ट्रेलिया के शील्ड मैच के दौरान मैंने कुछ बदलाव किए थे जो मुझे अच्छे लगे। मेरे लिए यह समय है कि मैं उन बदलावों का आदि हो जाऊं और इनके बारे में सोचने के बजाए उन्हें अपने व्यवहार में शामिल कर लूं। मैं वह खुशी अब महसूस कर सकता हूं।