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इसरो

  • तकनीकी विसंगति के कारण GSLV-F10 मिशन ‘पूरी तरह से पूरा नहीं हुआ’: इसरो

    अंतरिक्ष एजेंसी ( space agency ) ने आज सुबह प्रक्षेपण के बाद कहा कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का अपने पृथ्वी अवलोकन उपग्रह ईओएस-03 को एक विसंगति के कारण "पूरी तरह से पूरा नहीं किया जा सका"। जीएसएलवी-एफ10/ईओएस-03 ने 26 घंटे की उलटी गिनती के बाद आज सुबह 5.43 बजे सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र, श्रीहरिकोटा से उड़ान भरी। लेकिन कुछ ही समय बाद यह मिशन कंट्रोल सेंटर में रेंज ऑपरेशंस डायरेक्टर द्वारा घोषित किया गया था - "प्रदर्शन विसंगति के कारण मिशन पूरी तरह से पूरा नहीं किया जा सका"। ( isro mission incompelete ) इसरो ने कहा कि...

  • गगनयान मिशन एक साल टला

    नई दिल्ली। भारत सरकार ने 20 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट को नहीं टाला है, लेकिन कोरोना वायरस की महामारी की वजह से गगनयान मिशन एक साल के लिए टल गया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, इसरो के प्रमुख डॉ. के सिवन ने सोमवार को कहा कि अब मानव मिशन की लांचिंग में तय समय से करीब एक साल की देरी होगी। गगनयान मिशन की लांचिंग अब अगले साल के अंत तक या उसके एक साल बाद होने की उम्मीद है। हालांकि इससे पहले दो मानव रहित स्पेसक्राफ्ट भेजे जाएंगे। इसरो ने पहले दिसंबर 2021 तक...

  • इसरो ने कोरोना के कारण युवा वैज्ञानिक कार्यक्रम रद्द किया

    बेंगलुरु। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने देश भर में कोरोनोवायरस के बढ़ते मामलों के कारण इस वर्ष के लिए अपने युवा वैज्ञानिक कार्यक्रम (युविका 2020) को रद्द कर दिया है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने यहां बताया, हालांकि युविका कार्यक्रम का आयोजन कक्षा 8-9 के स्कूली छात्रों के लिए 11-12 मई को किया जाना निर्धारित किया गया था, लेकिन हमने मार्च के मध्य से फैले कोरोनोवायरस के कारण छह महीने के लिए टाल दिया। महामारी के जारी रहने के साथ, हमने इसे इस साल के लिए रद्द करने का फैसला किया है। देश के प्रत्येक राज्य...

  • तकनीकी कारणों से इसरो ने जीसैट-1 लॉन्च टाला

    चेन्नई। तकनीकी कारणों से देश के पहले जियो इमेजिंग सैटेलाइट-1 (जीसैट-1) के लॉन्च को टाल दिया गया है। जीसैट-1 को पांच मार्च की शाम लॉन्च किया जाना था। भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने बुधवार को यह जानकारी दी। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने कहा जीसैट-1 के जीएसएलवी-एफ10 (जियोसिन्क्रोनस सैटेलाइट लॉन्च व्हिकिल-एफ10) के जरिए लॉन्च को तकनीकी कारणों से टाल दिया गया है। जल्द ही संशोधित तारीख की सूचना दी जाएगी। इससे पहले एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा था कि पृथ्वी की निगरानी करने वाले देश के पहले अत्याधुनिक उपग्रह जियो इमेजिंग सैटेलाइट-1 (जीसैट-1) को भू-स्थिर कक्षा में स्थापित करने के...

  • जीसैट-1 लॉन्च की उल्टी गिनती 3.45 से शुरू

    चेन्नई। पृथ्वी की निगरानी करने वाले देश के पहले अत्याधुनिक उपग्रह जियो इमेजिंग सैटेलाइट-1 (जीसैट-1) को भू-स्थिर कक्षा में स्थापित करने के लिए उल्टी गिनती बुधवार अपराह्न् 3.43 बजे शुरू होने जा रही है। यह उपग्रह गुरुवार शाम लॉन्च किया जाएगा। इसरो के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। जीसैट-1 का वजन 2,268 किग्रा है। इसे तीन चरणों के जियो-सिनक्रोनस सैटेलाइट लॉन्च व्हिकिल (जीएसएलवी-एफ10) से प्रक्षेपित किया जाएगा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अनुसार, 51.70 मीटर लंबे और 420 टन वजनी जीएसएलवी-एफ10 रॉकेट से आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा के दूसरे लॉन्च पैड से पांच मार्च को शाम 5.43...

  • कम लागत वाले उपग्रह प्रक्षेपण वाहन बनायेगा इसरो

    चेन्नई। पृथ्वी की निगरानी करने वाले देश के पहले अत्याधुनिक उपग्रह जियो इमेजिंग सैटेलाइट-1 (जीसैट-1) को भू-स्थिर कक्षा में स्थापित करने के लिए उल्टी गिनती बुधवार अपराह्न् 3.43 बजे शुरू होने जा रही है। यह उपग्रह गुरुवार शाम लॉन्च किया जाएगा। इसरो के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। जीसैट-1 का वजन 2,268 किग्रा है। इसे तीन चरणों के जियो-सिनक्रोनस सैटेलाइट लॉन्च व्हिकिल (जीएसएलवी-एफ10) से प्रक्षेपित किया जाएगा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अनुसार, 51.70 मीटर लंबे और 420 टन वजनी जीएसएलवी-एफ10 रॉकेट से आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा के दूसरे लॉन्च पैड से पांच मार्च को शाम 5.43...

  • इसरो के जीसैट 30 उपग्रह का सफल प्रक्षेपण

    चेन्नई। पृथ्वी की निगरानी करने वाले देश के पहले अत्याधुनिक उपग्रह जियो इमेजिंग सैटेलाइट-1 (जीसैट-1) को भू-स्थिर कक्षा में स्थापित करने के लिए उल्टी गिनती बुधवार अपराह्न् 3.43 बजे शुरू होने जा रही है। यह उपग्रह गुरुवार शाम लॉन्च किया जाएगा। इसरो के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। जीसैट-1 का वजन 2,268 किग्रा है। इसे तीन चरणों के जियो-सिनक्रोनस सैटेलाइट लॉन्च व्हिकिल (जीएसएलवी-एफ10) से प्रक्षेपित किया जाएगा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अनुसार, 51.70 मीटर लंबे और 420 टन वजनी जीएसएलवी-एफ10 रॉकेट से आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा के दूसरे लॉन्च पैड से पांच मार्च को शाम 5.43...

  • तमिलनाडु के तूतीकोरिन में बनेगा भारत का दूसरा स्पेसपोर्ट : इसरो

    चेन्नई। पृथ्वी की निगरानी करने वाले देश के पहले अत्याधुनिक उपग्रह जियो इमेजिंग सैटेलाइट-1 (जीसैट-1) को भू-स्थिर कक्षा में स्थापित करने के लिए उल्टी गिनती बुधवार अपराह्न् 3.43 बजे शुरू होने जा रही है। यह उपग्रह गुरुवार शाम लॉन्च किया जाएगा। इसरो के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। जीसैट-1 का वजन 2,268 किग्रा है। इसे तीन चरणों के जियो-सिनक्रोनस सैटेलाइट लॉन्च व्हिकिल (जीएसएलवी-एफ10) से प्रक्षेपित किया जाएगा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अनुसार, 51.70 मीटर लंबे और 420 टन वजनी जीएसएलवी-एफ10 रॉकेट से आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा के दूसरे लॉन्च पैड से पांच मार्च को शाम 5.43...

  • इसरो को चंद्रयान-तीन की मंजूरी मिली

    चेन्नई। पृथ्वी की निगरानी करने वाले देश के पहले अत्याधुनिक उपग्रह जियो इमेजिंग सैटेलाइट-1 (जीसैट-1) को भू-स्थिर कक्षा में स्थापित करने के लिए उल्टी गिनती बुधवार अपराह्न् 3.43 बजे शुरू होने जा रही है। यह उपग्रह गुरुवार शाम लॉन्च किया जाएगा। इसरो के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। जीसैट-1 का वजन 2,268 किग्रा है। इसे तीन चरणों के जियो-सिनक्रोनस सैटेलाइट लॉन्च व्हिकिल (जीएसएलवी-एफ10) से प्रक्षेपित किया जाएगा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अनुसार, 51.70 मीटर लंबे और 420 टन वजनी जीएसएलवी-एफ10 रॉकेट से आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा के दूसरे लॉन्च पैड से पांच मार्च को शाम 5.43...

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