ईरान
बाइडेन प्रशासन ईरान पर सारी शर्तें थोपना चाहता है। तो इस पर ईरान की प्रतिक्रिया कैसे अनुचित मानी जाएगी। बाइडेन प्रशासन अगर ट्रंप के दौर के तनावों को घटना चाहता है, तो उसे भी सकारात्मक रुख अपनाना चाहिए।
प्रमुख अरब देशों के साथ भारत के संबंध जितने घनिष्ट आजकल हो रहे हैं, उतने वे पहले कभी नहीं हुए।
पिछले दिनों ईरान के परमाणु वैज्ञानिक मोहसिन फ़ख़रीज़ादेह की कार पर अंधाधुध गोलियां चला कर उनकी हत्या कर दी गई। ईरान का आरोप है कि इस हत्या के पीछे इजराइल का हाथ है। हालांकि उसने अभी तक अपनी प्रतिक्रिया नहीं जताई है।
पश्चिम एशिया में युद्ध का खतरा मंडरा रहा है। ये अंदेशा गहरा होता जा रहा है कि ईरान अपने परमाणु वैज्ञानिक की हत्या का बदला लेगा। कयास लगाए जा रहे हैं कि ईरान भी औचक इजराइल पर हमला बोल सकता है।
ईरान के परमाणु-वैज्ञानिक मोहसिन फख्रीजाद की हत्या एक ऐसी घटना है, जो ईरान-इस्राइल संबंधों में तो भयंकर तनाव पैदा करेगी ही, यह बाइडन-प्रशासन के रवैए को भी प्रभावित कर सकती है
ईरान में ताजा कोरोनोवायरस मामलों और मौतों की संख्या में रिकॉर्ड वृद्धि के कारण, देश में शनिवार से दो सप्ताह के लिए लॉकडाउन लग रहा है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने आशंका जतायी है कि ईरान अमेरिकी ड्रोन हमले में अपनी सेना के मेजर जनरल कासिम सुलेमानी की मौत का बदला लेने के लिए अमेरिका में हत्या या अन्य हमलों की योजना बना सकता है
अमेरिका में 2016 के चुनाव में रूसी दखल इतना चर्चित हुआ कि उसकी जांच हुई। जांच रिपोर्ट से इस बात की पुष्टि हुई कि रूस ने चुनाव नतीजों को प्रभावित किया। अब एक बार फिर वैसी ही आशंकाएं घर गई हैं।
ईरान और रूस मिलकर इस्लामिक गणराज्य में कोविड-19 वैक्सीन का उत्पादन करेंगे। इस दौरान ईरान में मामलों की संख्या शनिवार को बढ़कर 384,666 हो गई है। इस बीच इराक
अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने ईरान को ‘दुनिया में आतंक का प्रमुख प्रायोजक देश’ बताते हुए 13 ईरानी नागरिकों पर ‘ईरानी शासन की ओर से मानवाधिकारों के अशिष्ट उल्लंघन’ के लिए वीजा प्रतिबंधों की घोषणा की है।
पश्चिम एशिया के देशों में ईरान भारत का पुराना दोस्त देश रहा है। उसने तेल खरीद में भारत को कई किस्म की रियायतें दी हुई थीं पर अमेरिका की ओर से लगाई गई पाबंदियों की वजह से भारत ने डर कर पांव पीछे खींच लिए।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाड ट्रंप की कृपा कुछ ऐसी है, जो ईरान को चीन की गोद में बिठा देगी। ‘न्यूयार्क टाइम्स’ ने एक 18 पृष्ठ का दस्तावेज उजागर किया है, जिससे पता चलता है कि ईरान में चीन अगले 25 साल में 400 बिलियन डाॅलर्स का विनियोग करेगा।
सिर्फ इसी महीने ईरान से तीन महिलाओं की बेरहमी से हत्या की खबर आई है। गौरतलब है कि इन सभी मामलों में हत्यारे पिता, पति या भाई जैसे करीबी लोग थे।
देश में कोरोना वायरस के संक्रमितों की संख्या बेहद तेजी से बढ़ रही है तभी रविवार की शाम भारत दुनिया के देशों के बीच दसवें स्थान पर पहुंच गया
ईरान की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के पूर्व कोच मार्क विलमोट्स ने कहा है कि उन्होंने विश्व फुटबॉल की नियामक संस्था फीफा में ईरान के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है