पूर्वी लद्दाख
भारत और चीन ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सीमा विवाद सुलझाने और जवानों की संख्या कम करने के मुद्दे पर 16 घंटे लंबी मैराथन सैन्य वार्ता की।
पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ दस महीने से भी अधिक समय से चल रहे गतिरोध के बीच सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने आज साफ शब्दों में कहा कि चीन और पाकिस्तान की मिलीभगत निरंतर बढ रही है
भारत-चीन तनाव खत्म होने के संकेत मिलने लगे हैं। अभी दोनों तरफ की सेनाओं ने पीछे हटना शुरु नहीं किया है लेकिन दोनों इस बात पर सहमत हो गई हैं कि मार्च-अप्रैल में वे जहां थीं, वहीं वापस चली जाएंगी।
पूर्वी लद्दाख के चुशुल में भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को सुलझाने और गतिरोध समाप्त करने के लिए सैन्य वार्ता जारी है। दोनों ही देश सीमा पर आगे के हिस्सों पर तैनात सैनिकों
पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ पिछले चार महीने से चल रही तनातनी के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज देशवासियों को आश्वस्त किया कि देश की एकता, संप्रभुता और अखंडता के साथ कोई समझौता नहीं किया जायेगा
भारत और चीन की सेनाओं के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा पर लद्दाख में चल रहे गंभीर तनाव के बीच दोनों देशों के विदेश मंत्रियों ने मॉस्को में बातचीत की। पहले खबर आई कि दोनों देश एलएसी पर आमना-सामना खत्म करने के लिए सहमत हो गए हैं।
अरुणाचल प्रदेश से अगवा किए गए पांच भारतीय नागरिकों को चीन ने वापस लौटा दिया है। पांचों भारतीय नागरिकों को चीन की सेना ने शनिवार को भारतीय सेना को सौंप दिए। इन पांचों नागरिकों की 12 दिन बाद वापसी हुई।
दुनिया का हर जानकार मानता है कि चीन ने सीमा पर यथास्थिति तोड़ी। वह आक्रामक है। मई 2020 से पहले भारतीय सेना का जो गश्ती इलाका था उसमें चीनी सेना घुसी है। सीमा पर वह लड़ाई का इंफ्रास्ट्रक्चर बना रहा है।
पूर्वी लद्दाख की पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर भारतीय जवानों के साथ झड़प में कामयाब नहीं होने के बाद चीन अब उत्तरी इलाके में अपनी सैनिक तैनाती बढ़ा रहा है।
नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने उस समय के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर तंज करते हुए कहा था कि वे चीन को लाल आंख क्यों नहीं दिखाते हैं? अब समय आ गया है कि प्रधानमंत्री के तौर पर नरेंद्र मोदी खुद चीन को लाल आंख दिखाएं।
चीनी सेना के बारे में अमेरिकी कांग्रेस में अपनी सालाना रिपोर्ट में पिछले दिनों पेंटागन- यानी अमेरिका रक्षा मंत्रालय ने कहा कि अगले एक दशक के अंदर चीन अपने परमाणु हथियारों की संख्या दोगुनी कर सकता है।
पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच फिर झड़प हो गई है। इसमें दोनों देशों की सेनाओं ने एक-दूसरे को डराने-धमकाने और पीछे धकेलने
पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर 29-30 अगस्त की दरम्यानी रात को चीनी सैनिकों के साथ हुई झड़प के दो दिन बाद भारतीय सेना ने बताया है कि उसने विवादित इलाके के साथ साथ कई और क्षेत्रों में अपनी पकड़ मजबूत कर ली है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर ताजा घटनाक्रम के मद्देनजर आज यहां एक उच्च स्तरीय बैठक में मौजूदा हालात की समीक्षा की।
भारत ने पूर्वी लद्दाख के पैंगोंग सो क्षेत्र में यथास्थिति बदलने के लिए चीनी सेना द्वारा की जा रही घुसपैठ को नाकाम कर दिया है।