प्रणब मुखर्जी
समय हो या इतिहास कभी कभी इतनी जल्दी न्याय कर देता है कि लोगों को और भ्रम फैलाने का मौका ही नहीं मिल पाता! इस बार समय ने जवाब दिया संघ प्रमुख मोहन भागवत जी के जरिए।
पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न प्रणब मुखर्जी का आज दोपहर पूरे राजकीय सम्मान के साथ लोधी रोड श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया।
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का दिल्ली में देहांत हो गया। प्रणब मुखर्जी का आर्मी रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल में इलाज चल रहा था। प्रणव मुखर्जी 84 साल के थे। प्रणब मुखर्जी
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का स्वास्थ्य सोमवार को और खराब हो गया क्योंकि फेफड़े में संक्रमण की वजह से उन्हें सेप्टिक शॉक लगा है ।
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी गहरे कोमा में चले गए हैं। वह लगातार वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं। आर्मी रिसर्च एंड रेफरल हॉस्पिटल (आर एंड आर) ने जारी मेडिकल बुलेटिन में
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के स्वास्थ्य में हल्का सुधार हो रहा है। आर्मी रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल ने आज यह जानकारी दी।
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की हालत में आज कोई परिवर्तन नहीं हुआ और अब भी वह वेंटिलेटर पर हैं। मुखर्जी का इलाज कर रहे डॉक्टरों ने यह जानकारी दी।
आर्मी रिसर्च एंड रेफरल हॉस्पिटल ने आज कहा कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ब्रेन सर्जरी के बाद वेंटिलेटर सपोर्ट हैं और उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
कई केंद्रीय मंत्रियों, कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों और अधिकारियों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की खबरों के बीच अब पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं।
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के सुर बदले हैं। राष्ट्रपति रहते और पद से हटने के बाद भी वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों का समर्थन करते रहे हैं। मोदी के प्रति उनका सद्भाव समय समय पर जाहिर होता रहा है। मोदी भी उनके प्रति खुल कर सम्मान दिखाते रहते हैं।