बेरोज़गार
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह आज यहां रोजगार मुहैया कराने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों से मिलने पहुंचे। कांग्रेस नेता सिंह यहां रोशनपुरा क्षेत्र
उत्तर प्रदेश कांग्रेस सवा करोड़ रोजगार देने के सरकार के दावे को झूठा करार देते हुए इसे बेरोजगारों के साथ छल और धोखाधड़ी करार दिया है। लल्लू ने रविवार को यहां
पाकिस्तान के वित्त मंत्रालय ने कहा कि कोरोनावायरस महामारी के मद्देनजर देश में औद्योगिक और सर्विस सेक्टर से जुड़े अनुमानित 30 लाख (3 मिलियन) लोगों की नौकरी जा सकती है
भारत की मौजूदा राजनीति ने हाल ही में एक बार फिर यह देश को महसूस करा दिया कि राजनीति के वायरस की गति के सामने कोरोना वायरस की गति कोई महत्व नहीं रखती। राजनीति का वायरस कोरोना से भी अधिक घातक है
भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण कामकाज पर पड़े असर से निपटने के लिए राज्य सरकार ने सभ्ीा को रोजगार मुहैया करने के प्रयास तेज कर दिए हैं। एक तरफ जहां मनरेगा से काम दिलाया जा रहा है तो दूसरी ओर ‘कोई नहीं रहेगा बेरोजगार, सभी को मिलेगा रोजगार ‘ योजना की शुरुआत करने जा रही है। कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए उठाए गए कदमों के कारण महानगरों में कारखानें बद होने और दीगर काम-धंधों के बंद होने के कारण अपने गांव व शहर को लौटे मजदूरों के लिए रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। इन स्थितियों से निपटने के लिए राज्य सरकार ने मनरेगा सहित अन्य योजनाओं पर अमल तेज कर दिया है ताकि लोगों को रोजगार मिल सके। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज श्रीवास्तव के मुताबिक प्रदेश में वर्तमान में 20 लाख से अधिक श्रमिकों को मनरेगा कायरे से रोजगार मिल रहा है। इसमें 17.5 हजार दिव्यांग भी जुड़े हैं। औसत तौर पर हर ग्राम पंचायत में लगभग 90 श्रमिक काम कर रहे हैं। पिछले साल मई माह में करीब 10 लाख श्रमिक ही मनरेगा कार्यों से जुड़े थे। इस वर्ष इनकी संख्या बढ़कर 20 लाख… Continue reading मप्र में रोजगार के लिए नहीं होगा कोई परेशान
समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा उत्तर प्रदेश में बेरोजगारों को रोजगार देने और निवेश आकर्षित करने के नाम पर भाजपा सरकार जो कदम उठाने जा रही है
बिहार में कोरोनावायरस को लेकर लोग दहशत में हैं। राज्य सरकार ने शहरी इलाकों में भीड़ कम करने के लिए ‘लॉकडाउन’ घोषित कर रखा है, ऐसे में आम से लेकर खास तक घरों में कैद हो गए हैं और ‘बेरोजगार’ हो गए हैं।