रूस
पुतीन ने ये भी कहा कि जो देश इस मामले में दखल दे रहे हैं उन्हें भी इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। यह विवाद हमारे लिए जिंदगी और मौत का सवाल है।
अमेरिकी खुफिया विभाग ने दावा किया है कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन सीमा पर तैनात रूसी सैनिकों को आगे बढ़ने का आदेश दे दिया गया है।
मंत्री एशिया-प्रशांत क्षेत्र की स्थिति और अफगानिस्तान और सीरिया के विकास सहित प्रमुख क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर गहन चर्चा करेंगे।
रूस अगले एक महीने के भीतर भारत को एस-400 मिसाइल सिस्टम के पहले बैच की डिलीवरी करने की तैयारी कर रहा है।
रूस की कोरोना वायरस टास्क फोर्स के अनुसार, देश में बीते 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 40 हजार 993 नए मरीज सामने आए हैं। देश में 1158 कोरोना मरीजों की मौत भी हो गई है।
रूस 20 अक्टूबर को अफगानिस्तान में तालिबान पर होने वाली मास्को प्रारूप बैठक में भारत-तालिबान के प्रतिनिधियों को आमंत्रित करेगा।
नॉर्वे की नोबेल समिति की अध्यक्ष बेरिट रीस-एंडरसन ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मारिया रेसा और दिमित्री मुराटोव को फिलीपींस और रूस में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए उनकी साहसी लड़ाई के लिए पुरस
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत और रूस की दोस्ती को बेमिसाल बताया। उन्होंने शुक्रवार को कहा कि भारत-रूस की दोस्ती समय की कसौटी पर खरी उतरी है।
रूस और चीन के नक्शे कदम पर चल रहा है. अफगानिस्तान में हुए इस बदलाव का स्वागत करने वाला रूस दूसरा देश है. रूस के विशेष दूत जमीर काबूलोव ने कहा कि उनका देश पहले से तालिबान से संपर्क में था.
रूस पाकिस्तान का करीबी बन जाए, तो उससे भारतीय विदेश नीति के कर्ताधर्तां को चिंता में डूब जाना चाहिए। विदेश नीति और कूटनीति का एक अहम मकसद यही होता है
सोलह देशों ने परमाणु निरस्त्रीकरण की दिशा में ठोस कदम उठाने की अपील की है, तो उस बात जरूर अहमियत दी जानी चाहिए। जिन देशों के पास परमाणु हथियार हैं, वे निरस्त्रीकरण की बात नहीं करते। उनकी जुगत सिर्फ यह रहती है कि अब कोई नया देश इन हथियारों को ना बना पाए। sixteen countries nuclear powers : इन बातों से कोई फर्क नहीं पड़ता, फिर भी इन्हें कहते रहना जरूरी समझा जाता है। इसलिए सोलह देशों ने परमाणु निरस्त्रीकरण की दिशा में ठोस कदम उठाने की अपील की है, तो उस बात जरूर अहमियत दी जानी चाहिए। जिन देशों के पास परमाणु हथियार हैं, वे निरस्त्रीकरण की बात नहीं करते। उनकी जुगत सिर्फ यह रहती है कि अब कोई नया देश इन हथियारों को ना बना पाए। जबकि ये सोच सिरे से अन्यायपूर्ण है। दरअसल, अगर परमाणु हथियार संपन्न देश निरस्त्रीकरण ( sixteen countries nuclear powers ) की दिशा में कदम उठाएं, तो पूरी दुनिया में खुद परमाणु हथियारों के खिलाफ जनमत बनेगा। मगर गुजरे देशों का इतिहास है कि जिन देशों ने ये हथियार बना लिए, उनका अब इन्हें खत्म करने का कोई इरादा नहीं है। बहरहाल, स्पेन की राजधानी मैड्रिड में स्टॉकहोम पहल के नाम से हुए… Continue reading परमाणु निरस्त्रीकरण : फिर भी कहना जरूरी
संयुक्त राष्ट्र संघ में दो दिन पहले म्यामांर का मसला आया था। एक अभूतपूर्व कदम उठाते हुए संयुक्त राष्ट्र ने म्यांमार में सैन्य तख्ता पलट के खिलाफ प्रस्ताव पेश किया। माना जा रहा था कि बिना वोटिंग के एक राय से सभी 193 देश इसका समर्थन करेंगे। लेकिन ऐन मौके पर रूस और चीन की शह पर बेलारूस ने वोटिंग की मांग कर दी। वोटिंग के दौरान म्यांमार के सैन्य तख्ता पलट की आलोचना करने और म्यांमार को हथियारों का आपूर्ति पर रोक लगाने के प्रस्ताव का 119 देशों ने समर्थन किया और बेलारूस ने विरोध किया, जबकि 35 देश वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया। वोटिंग में हिस्सा नहीं लेने वाले देशों में भारत भी है। कहा जा सकता है कि भारत पहले भी ऐसे मसले पर वोटिंग से गैरहाजिर रह चुका है। लेकिन अभी अभूतपूर्व स्थिति है। एक तरफ भारत सरकार के मंत्री अपनी बात के हर दूसरे वाक्य में कह रहे हैं कि कोई भारत को लेक्चर न दे क्योंकि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और दूसरी ओर पड़ोस के देश में लोकतंत्र का चीरहरण हो गया और भारत उसका परोक्ष समर्थन कर रहा है। दूसरी अहम बात यह है कि संयुक्त राष्ट्र संघ में वोटिंग… Continue reading विश्व मंच पर तानाशाहों के साथ भारत
नई दिल्ली । अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तारीफ में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने तारीफों के कसीदे गढ़े हैं. लेकिन तारीफ करते हुए पुतिन अमेरिका के वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडन की कड़ी निंदा कर दी. पुतिन ने धर्म की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह एक असाधारण व्यक्ति हैं जिसके लिए सब कुछ आसान है. वही मौजूदा राष्ट्रपति के बारे में बोलते हुए पुतिन ने कहा कि वह एक कैरियर मैन है और उनसे कुछ ज्यादा उम्मीद नहीं करते हैं. रूस के राष्ट्रपति के इस बयान के बाद से अमेरिका और रूस के रिश्ते में कड़वाहट आने की उम्मीद की जा रही है. रूस के राष्ट्रपति का यह बयान तेजी से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रहा है. अमेरिकी नागरिकों को भी रूस के राष्ट्रपति द्वारा दिया गया यह बयान किसी भी सूरत में पसंद आने वाला नहीं है. असाधारण प्रतिभा के धनी हैं ट्रंप रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने ये बयान अमेरिका न्यूज़ नेटवर्क के साथ दिए गए पहले इंटरव्यू में कहा. इस न्यूज़ वक्त लेस्टर होल्ड का एक हिस्सा कल दुनियाभर के सामने भी आ गया. कार्यक्रम के इस भाग में राष्ट्रपति पुतिन डोनाल्ड ट्रंप को एक असाधारण प्रतिभा के धनी व्यक्ति बता… Continue reading रूस के राष्ट्रपति पुतिन का बड़ा बयान: ट्रंप को बताया टैलेंटेड तो बाइडन के लिए कहा उनसे कोई उम्मीद करना बेकार…
हैदराबाद। कोवीशील्ड और कोवैक्सीन के बाद अब भारत में कोरोना महामारी से मुकाबले के लिए तीसरी वैक्सीन की डोज लगनी शुरू हो गई। शुक्रवार को रूसी वैक्सीन स्पुतनिक-वी की पहली डोज लगाई गई है। हालांकि यह वैक्सीन आम लोगों को अगले हफ्ते से ही उपलब्ध हो पाएगी। शुक्रवार को हैदराबाद में डॉ. रेड्डीज लैब में कस्टम फार्मा सर्विसेज के ग्लोबल हेड दीपक सप्रा को स्पुतनिक की पहली डोज लगाई गई। गौरतलब है कि डॉ. रेड्डीज लैब ही भारत में इस वैक्सीन का वितरण कर रही है और आगे वही इसका उत्पादन करेगी। (sputniks) बहरहाल, फिलहाल यह वैक्सीन हैदराबाद में यह पायलट प्रोजेक्ट के तहत सीमित अवधि के लिए उपलब्ध कराई जा रही है। डॉ. रेड्डीज ने स्पुतनिक-वी की एक डोज की कीमत 995.40 रुपए तय की है। डॉ. रेड्डीज ने कहा है कि वह अभी 948 रुपए प्रति डोज की दर से वैक्सीन आयात कर रही है। इस पर पांच फीसदी की दर से जीएसटी वसूला जा रहा है। इसके बाद वैक्सीन की कीमत 995.40 रुपए प्रति डोज हो जाती है। डॉ. रेड्डीज का कहना है कि स्पुतनिक-वी की पहली खेप एक मई को भारत पहुंची थी। इस खेप को सेंट्रल ड्रग लैबोरेटरी कसौली से 13 मई को रेगुलेटरी क्लीयरेंस… Continue reading भारत में लगा स्पुतनिक का पहला टीका
कोरोना वायरस लोगों का काल बन चुका है। आये दिन बड़ी संख्या में मौत को और संक्रमितों के आंकड़े दर्ज हो रहे है। कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बीच सरकार ने लोगों को वैक्सीनेट करने की प्रक्रिया भी तेज करने की कोशिश शुरू कर दी है। भारत में बनी दोनों वैक्सीन विदेशों में भी कारगर है। इन सबके बीच रूस की वैक्सीन स्पुतनिक V को भी भारत में इमरजेंसी यूज की मंजूरी दे दी है और अगले सप्ताह से यह वैक्सीन भी भारत के लोगों को लगनी शुरू हो जाएगी। फिलहाल भारत में सीरम इंस्टिट्यूट की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन- इन दोनों वैक्सीन की डोज लग रही है। लेकिन इन तीनों में से कौन सी वैक्सीन कितनी असरदार है और किसके क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं, इस बारे में हम आपको यहां बता रहे हैं….. इसे भी पढ़ें Good News : रूसी वैक्सीन स्पुतनीक-वी का एक डोज मिलेगा 995.4 रुपये में, सबसे पहले प्राइवेट सेक्टर को मिलेगी वैक्सीन तीनों में से किस वैक्सीन की क्षमता कितनी है? प्रभावकारिता यानी वैक्सीन की क्षमता की बात करें तो रूस की स्पुतनिक V 91.6 प्रतिशत असरदार है और बीमारी की गंभीरता को कम करने में इसकी प्रतिक्रिया काफी अधिक है।… Continue reading Corona Vaccine : कोवैक्सीन, कोविशील्ड या फिर स्पुतनिक-वी..किसमें कितना है दम, आइये जानते है..