शिक्षा
भारत के लगभग 54 फीसदी छात्र अब ऑनलाइन लर्निंग मॉडल (online learning model) के लिए सहज हैं। यह खुलासा ब्रेनली के सर्वेक्षण (Branley’s survey) से हुआ है।
आजकल डाक्टरी, वकालत और शिक्षा— ये तीन सेवाएं नहीं, धंधे माने जाते हैं। यदि कोई धंधा करता है तो पैसा तो वह बनाएगा ही ! इन तीनों सेवाओं को सीखने के दौरान जो अनाप-शनाप खर्च करना पड़ता है
स्वतंत्र भारत को अंग्रेजी ने कैसे अपना गुलाम बना रखा है, इसका पता मुझे आज इंदौर में चला।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया आज यूपी में स्वास्थ्य और शिक्षा के मुद्दे पर बहस करने लखनऊ पहुंचे। सिसोदिया ने कहा कि सिद्धार्थ नाथ सिंह की चुनौती को स्वीकार करके हम लखनऊ तो आ गए हैं
असम सरकार ने मदरसों के बारे में जो नीति बनाई है, उसे लेकर अभी तक हमारे सेक्यूलरिस्ट क्यों नहीं बौखलाए, इस पर मुझे आश्चर्य हो रहा है। असम के शिक्षा मंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने जो कदम उठाया है
केंद्रीय शिक्षा मंत्री डा़ रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा है कि शिक्षा आत्मनिर्भर भारत को प्रभावी, स्थायी, सार्थक एवं सशक्त बनाने की सबसे मजबूत इकाई है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को कहा कि 33 साल बाद शिक्षा से बहुमुखी विकास के लिए नई शिक्षा नीति बनाई गई है।
शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के पैमाने पर भारत दुनिया में 116वें स्थान पर है। विश्व बैंक की ओर से जारी सालाना ह्यूमन कैपिटल इंडेक्स में भारत को 116वां स्थान मिला है। इस सूचकांक में भारत सहित 174 देशों को शामिल किया गया है।
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ. अनिल कुमार ने भाजपा और आम आदमी पार्टी की सरकार पर राष्ट्रीय शिक्षा नीति की आड़ में शिक्षा का निजीकरण करने की कोशिश करने का आरोप लगाया।
समाजवादी पार्टी (पार्टी) के जिला अध्यक्ष योगेश चन्द्र यादव ने मंहगी शिक्षा, बेरोजगारी और बेहाल किसान की समस्या आदि को लेकर शांति पूर्वक जिलाधिकारी को ज्ञापन देने जा रहे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिक्षा को स्कूलों की चारदीवारी से बाहर निकालने की वकालत की है। उन्होंने कहा है कि जब शिक्षा को आस-पास के परिवेश से जोड़ दिया जाता है
आंध्र प्रदेश की सरकार ने पिछले साल अपने सारे स्कूलों में पढ़ाई का माध्यम अंग्रेजी कर देने का फैसला किया और विधानसभा ने 19 जनवरी 2019 को उस पर मुहर लगा दी। भाजपा ने इसका विरोध किया और उसके दो नेताओं- सुदेश और श्रीनिवास ने उच्च न्यायालय में याचिका लगा दी।
अभिनेत्री भूमि पेडनेकर का मानना है कि विद्यालयों में एक विषय के तौर पर दीर्घकालिक कृषि की शिक्षा दी जानी चाहिए। भूमि ने लॉकडाउन के दौरान घर पर अपनी मां के साथ
जब से लॉकडाउन लागू हुआ, ये बात बार-बार कही गई है। लेकिन इसे बार-बार कहते रहने की जरूरत है। इसलिए कि समाज के धनी-मानी तबके अक्सर अपनी स्थिति जैसी ही पूरे समाज की स्थिति का आकलन कर लेते हैं।
भोजपुरी सिनेमा की जानीमानी अभिनेत्री-गायिका अक्षरा सिंह ने अपने जन्मदिन पर एक बच्चे की शिक्षा की जिम्मेवारी उठायी है।