हेमंत सोरेन
हो सकता है कि इसके कुछ अपवाद हों लेकिन यह तथ्य है कि विधानसभा चुनावों में प्रादेशिक क्षत्रपों के सामने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता काम नहीं आती है। उनके नेतृत्व में लड़ कर भाजपा ने बड़े चुनाव जीते हैं लेकिन ज्यादातर चुनाव कांग्रेस शासित राज्यों में ही पार्टी जीत पाई है। कुछ अपवादों को छोड़ दें तो प्रादेशिक क्षत्रपों के साथ मुकाबले में हर जगह भाजपा को शिकस्त मिली है। प्रादेशिक क्षत्रपों वाले राज्यों में भी मोदी के चेहरे पर पार्टी उन्हीं राज्यों में जीती है, जहां कांग्रेस एक ताकत है और प्रादेशिक पार्टी के साथ कांग्रेस का तालमेल रहा है। या किसी वजह से कांग्रेस तिकोना चुनाव बनाने में कामयाब हुई है। झारखंड, महाराष्ट्र, हरियाणा आदि का इस लिहाज से जिक्र किया जा सकता है। लेकिन जहां कांग्रेस बहुत कमजोर है और कमान प्रादेशिक क्षत्रपों के हाथ में है वहां वे जीते हैं। यह भी पढ़ें: मोदी का चेहरा बचाना या कुछ और बात? पश्चिम बंगाल की ताजा मिसाल दी जा सकती है। कांग्रेस वहां है लेकिन इस बार के चुनाव में कांग्रेस को तीन फीसदी वोट भी नहीं मिले। आमने-सामने के मुकाबले में ममता बनर्जी के नेतृत्व में तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा को हराया। यह भाजपा से… Continue reading क्षत्रपों से नही जीत पाते मोदी!
पिछले दिनों सड़क परिवहन विभाग के एक कार्यक्रम में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने झारखंड के प्रति कमाल की मेहरबानी दिखाई। उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से कहा है कि केंद्र सरकार राज्य के सड़क निर्माण विभाग को पांच हजार करोड़ रुपए देगी। गडकरी ने कहा कि मुख्यमंत्री प्रस्ताव भिजवाएं और केंद्र सरकार पैसा भेज देगी। गडकरी ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री जमीन अधिग्रहण और वन व पर्यावरण की मंजूरी कराएं और अच्छे अधिकारी दें तो वे झारखंड की सड़कों को तीन साल में पश्चिमी यूरोप और अमेरिका की तरह बना देंगे। इस वार्तालाप के दौरान दोनों के बीच कमाल की केमिस्ट्री दिख रही थी। तभी केंद्र की इस मेहरबानी को लेकर कई तरह की चर्चाएं चल रही हैं। सरकार में शामिल कांग्रेस के नेताओं के कान खड़े हुए हैं। ध्यान रहे झारखंड में जब से सरकार बनी है तभी से इस बात की चर्चा चल रही है कि सरकार गिर जाएगी। हालांकि जेएमएम और कांग्रेस की पूर्ण बहुमत की सरकार है इसके बावजूद सरकार गिरने की चर्चा है तो उसके दो कारण हैं। एक कारण तो यह बताया जा रहा है कि कांग्रेस के विधायक नाराज हैं और उनको लग रहा है कि सरकार में चार… Continue reading झारखंड पर केंद्र की मेहरबानी के मायने
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव से आगामी बिहार चुनाव के लेकर उनसे मुलाकात की।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज खुद को होम क्वारंटाइन कर लिया है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री कार्यालय के सभी पदाधिकारियों एवं कर्मियों को खुद को होम क्वारंटाइन में रहने की अपील की गई है।
नई दिल्ली। झारखंड में राज्यसभा की दो सीटों के लिए 26 मार्च को चुनाव होना है। सत्ताधारी महागठबंधन की एक सीट पर जीत तय है तो दूसरी सीट पर सत्तापक्ष व विपक्ष के बीच कांटे का मुकाबला होने की उम्मीद है। महागबंधन ने पहली सीट के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पिता और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के अध्यक्ष शिबू सोरेन को प्रत्याशी घोषित किया है। वहीं, महागबंधन ने दूसरी सीट के लिए अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं। कांग्रेस दूसरी सीट पर सहयोगी दलों के सहारे किसी प्रत्याशी को उतारने की तैयारी में है। भाजपा ने भी इस दूसरी सीट के लिए अपने उम्मीदवार का नाम अभी घोषित नहीं किया है। संख्या बल को देखें तो सत्तापक्ष के उम्मीदवार शिबू सोरेन का पहली सीट पर जीतना तो तय है, मगर दूसरी सीट पर कांटे की टक्कर होने के संकेत हैं। वजह यह है कि सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों के पास दूसरी सीट के लिए जरूरी विधायकों की संख्या नहीं है। इसके लिए दोनों पक्षों से जोड़तोड़ की कोशिशें जारी हैं। झारखंड की 81 सदस्यीय विधानसभा में इस वक्त कुल 80 विधायक हैं। ऐसे में एक सीट जीतने के लिए कम से कम 27 विधायकों का समर्थन चाहिए। झामुमो, कांग्रेस… Continue reading राज्यसभा चुनाव : झारखंड में होगी कांटे की टक्कर
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विधानसभा में बजट सत्र के लगातार दूसरे दिन विपक्ष के हंगामे को असंवैधानिक करार दिया और कहा कि विपक्ष का विरोध
बाबूलाल मरांडी के भाजपा में वापस आ जाने के बाद प्रदेश में इस बात को लेकर अटकलें शुरू हो गई हैं कि पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष कौन बनेगा। यह लगभग तय माना जा रहा है कि मरांडी पार्टी के विधायक दल के नेता बनेंगे और इस नाते उनको नेता प्रतिपक्ष का पद मिलेगा।
रांची। दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) की जीत पर खुशी व्यक्त करते हुए झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बधाई देते हुए कहा कि देश में सकारात्मक राजनीति की शुरुआत हो चुकी है। हेमंत ने कहा जनता ने मुख्यमंत्री केजरीवाल को प्रचंड बहुमत से जीत दिलाई है। मैं अरविंद केजरीवाल को मुबारकबाद, बधाई और अपनी शुभकामनाएं देता हूं। उन्होंने कहा कि देश में सकारात्मक राजनीति की शुरुआत हो चुकी है। इसका परिणाम भी देखने को मिल रहा है। जिस तरह मुख्यमंत्री केजरीवाल को दिल्ली विधानसभा में सफलता मिली है, यह प्रदर्शित करता है कि सकारात्मक रूप से जनहित में काम करने पर किसी भी सरकार को जनता का प्यार और समर्थन मिलता है। मुख्यमंत्री हेमंत ने कहा काम करने का परिणाम जनता सूद समेत वापस करती है। अब देश में धर्म, समुदाय, जात-पात और झूठ की राजनीति नहीं चलेगी। देश में सकारात्मक राजनीति की शुरुआत हो चुकी है।
झारखंड में भाजपा की पिछली सरकार के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने एक रास्ता दिखाया था, लगता है कि हेमंत सोरेन की सरकार उसी रास्ते पर चलेगी। वैसे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी एक रास्ता दिखाया पर कोई भी मुख्यमंत्री उस रास्ते पर चलने को तैयार नहीं है।
यह कमाल की बात है कि झारखंड में सरकार में शामिल तीनों पार्टियां नाराज हैं। तीनों पार्टियों के नेता परेशान हैं और इस बात को लेकर नाराज हैं कि उनके साथ अच्छा नहीं हो रहा है। 29 विधायकों के साथ मुख्यमंत्री बने हेमंत सोरेन ने अपने कोटे से पांच मंत्री बना लिए। यानी मुख्यमंत्री सहित उनके छह मंत्री हो गए और उन्होंने एक मंत्री पद खाली छोड़ दिया। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि यह उनके कोटे की सीट है। कांग्रेस के 16 विधायक हैं और उसके चार मंत्री बने हैं। कांग्रेस नेता इस बात को लेकर नाराज हैं कि उनको न तो सरकार में पर्याप्त प्रतिनिधित्व मिला और न कायदे का मंत्रालय मिला। मुख्यमंत्री ने सारे मलाईदार मंत्रालय अपने पास रख लिए। कांग्रेस के नेता इसके लिए प्रभारी आरपीएन सिंह पर ठीकरा फोड़ रहे हैं। मंत्री बनाने के लिए और एक मंत्री पद कम लेने के सौदेबाजी के तमाम तरह के आरोप उनके ऊपर लग रहे हैं। मुख्यमंत्री और पांच मंत्री पद के साथ साथ सारे मलाईदार मंत्रालय जेएमएम के पास है पर उसके नेता इस बात से नाराज हैं कि हेमंत सोरेन को बार बार भाग कर दिल्ली जाना पड़ रहा है। ध्यान रहे मुख्यमंत्री बनने के बाद… Continue reading झारखंड में जेएमएम, कांग्रेस, राजद तीनों नाराज
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज कहा कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है।
सोरेन ने झारखंड दिवस पर आज आयोजित कार्यक्रम के
रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने लोकसभा में शनिवार को पेश किए गए आम बजट को आम लोगों की उम्मीदों के विपरीत बताया है। उन्होंने कहा कि यह बजट गरीब, किसानों, मजदूरों, बेरोजगारों और युवाओं को हताश करने वाला है। इसमें को ‘विजन’ नहीं है। मुख्यमंत्री ने यहां संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा कि इस बजट का आकलन तो बाद की बात है, मगर पहली नजर में इस बजट में विजन (दृष्टि) का पूरी तरह अभाव है। इसमें न तो दिशा दिखती है और न ही दृष्टि कि कैसे देश और देशवासियों को प्रगति के रास्ते पर आगे ले जाया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा यह बजट पूंजीपतियों और उद्योगपतियों के हितों को ध्यान में रखकर लाया गया है, बड़े उद्योगपति जो टैक्स चोरी करते हैं, उन्हें बजट के जरिए राहत देने की कोशिश की गई है। अब उन्हें टैक्स चोरी पकड़े जाने परे न तो ब्याज देना होगा और न ही पेनाल्टी लगेगी। उन्होंने हालांकि कहा कि मध्यम वर्ग को आयकर में मामूली राहत दी गई है। आम लोगों ने आयकर के स्लैब में जिस छूट की उम्मीद की थी, उसे बजट में दरकिनार कर दिया गया है। बजट में ज्यादा से ज्यादा सरकारी संपत्तियों का… Continue reading आम बजट में कोई ‘विजन’ नहीं : हेमंत सोरेन
रांची। झारखंड में सरकार बनने और मुख्यमंत्री की शपथ के एक महीने बाद आखिरकार सरकार का विस्तार हुआ। झारखंड मुक्ति मोर्चा के पांच और कांग्रेस के दो मंत्रियों को मंगलवार को शपथ दिलाई गई। एक महीने तक चली जद्दोजहद के बाद सरकार के पहले विस्तार में सात मंत्रियों को शपथ दिलाई गई। इससे पहले मुख्यमंत्री के साथ कांग्रेस के दो और राष्ट्रीय जनता दल के एक मंत्री ने शपथ ली थी। पर बाकी मंत्रियों की शपथ नहीं हुई थी और विभागों का बंटवारा नहीं हुआ था। बहरहाल, राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को शाम चार बजे राजभवन के बिरसा मंडप में सातों मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। झामुमो कोटे से पांच विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। इनमें चंपई सोरेन, हाजी हुसैन अंसारी, जगरनाथ महतो, जोबा मांझी और मिथिलेश ठाकुर शामिल हैं। वहीं, कांग्रेस कोटे से मंत्री पद की शपथ लेनेवाले दो विधायकों में बन्ना गुप्ता और बादल पत्रलेख शामिल हैं। जगरनाथ महतो, बादल पत्रलेख और मिथिलेश कुमार ठाकुर पहली बार मंत्री बने हैं, जबकि अन्य को पहले भी मंत्री पद की जिम्मेदारी संभालने का मौका मिल चुका है। हेमंत सोरेन कैबिनेट में जगह पाने वाली एकमात्र महिला जोबा मांझी हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने… Continue reading हेमंत सरकार का हुआ विस्तार
रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल में मंगलवार को सात नए मंत्री शामिल होंगे। सोरेन मंत्रिमंडल का पहला विस्तार यहां राजभवन में मंगलवार शाम चार बजे होगा। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के पांच और कांग्रेस के दो विधायक कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ लेंगे। हेमंत सोरेन ने 29 दिसंबर को मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। उनके साथ कांग्रेस के दो व राष्ट्रीय जनता दल के एक विधायक ने मंत्री पद की शपथ ली थी। मंगलवार को शपथ लेने वाले दो कांग्रेस विधायकों में बन्ना गुप्ता और श्री बादल शामिल हैं। झामुमो के शपथ लेने वाले पांच विधायकों में-चंपई सोरेन, हाजी हुसैन अंसारी, जगरनाथ महतो, जोबा मांझी और मिथिलेश ठाकुर शामिल हैं। 81 सदस्यों की विधानसभा में झामुमो, कांग्रेस व राजद के गठबंधन ने क्रमश: 30, 16 व एक सीट पर जीत दर्ज की है। इसे भी पढ़ें : शाह-नड्डा ने चुने 10 मुद्दे, जिन पर भाजपा लड़ रही दिल्ली चुनाव
अपने प्रादेशिक सहयोगियों के साथ कांग्रेस के संबंध कभी भी अच्छे नहीं रहे हैं। तभी प्रादेशिक पार्टियां कांग्रेस को लेकर हमेशा सशंकित रहती हैं। कांग्रेस के बड़े नेता इस बात को जानते समझते हैं और इस छवि को बदलने का प्रयास भी कर रहे हैं। पर उनको कोई खास कामयाबी नहीं मिल पा रही है।