Aditya-L1

  • आदित्य-एल1 सूर्य का निरीक्षण करने के लिए मार्ग पर रवाना

    Aditya-L1 :- भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने मंगलवार तड़के आदित्य-एल1 सौर वेधशाला को ट्रांस-लैग्रेंजियन प्वाॅइंट 1 पर सफलतापूर्वक स्थापित करके सूर्य की ओर रवाना किया। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अनुसार, देश की अंतरिक्ष-आधारित सौर वेधशाला आदित्य-एल1 को मंगलवार सुबह 2 बजे ट्रांस-लैग्रैन्जियन प्वाॅइंट 1 पर स्थापित किया गया। इसरो ने कहा अंतरिक्ष यान अब एक प्रक्षेप पथ पर है, जो इसे सूर्य-पृथ्वी एल1 बिंदु पर ले जाएगा। इसे लगभग 110 दिनों के बाद एक प्रक्रिया के माध्यम से एल1 के आसपास की कक्षा में स्थापित किया जाएगा। यह लगातार पांचवीं बार है, जब इसरो ने किसी वस्तु को अंतरिक्ष...

  • आदित्य-एल1 ने भरी सूर्य की ओर उड़ान

    Aditya-L1 :- सूर्य का अध्ययन करने के लिए आदित्य-एल1 अंतरिक्ष यान शनिवार सुबह भारत के ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण राकेट-सी57 (पीएसएलवी-सी57) के साथ रवाना हुआ। पीएसएलवी-एक्सएल संस्करण के रॉकेट ने 1,480.7 किलोग्राम वजनी आदित्य-एल1 अंतरिक्ष यान के साथ उड़ान भरी,  जो सौर गतिविधियों का अध्ययन करेगा। 321 टन वजनी 44.4 मीटर लंबा पीएसएलवी-सी57 रॉकेट सुबह 11.50 बजे सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (एसडीएससी) से आदित्य-एल1 के साथ रवाना हुआ। अपनी पूंछ पर एक मोटी नारंगी लौ के साथ धीरे-धीरे आसमान की ओर बढ़ते हुए, रॉकेट ने गड़गड़ाहट के साथ गति प्राप्त की और एक मोटा गुबार छोड़ते हुए ऊपर और ऊपर चला...

  • दो सितंबर को लॉन्च होगा सोलर मिशन

    बेंगलुरू। चंद्रयान-तीन के चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वर लैंड करने के बाद भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, इसरो अपने पहले सोलर मिशन के लिए तैयार है। सूर्य के अध्ययन के लिए भारत की पहली अंतरिक्ष आधारित प्रयोगशाला 'आदित्य-एल 1' को दो सितंबर को सुबह 11 बज कर 50 मिनट पर श्रीहरिकोटा रेंज से प्रक्षेपित किया जाएगा। सोमवार को इसरो ने इसका ऐलान किया।  इस अंतरिक्ष यान को सौर कोरोना यानी सूर्य की सबसे बाहरी परतों के सबसे दूर के हिस्से के अवलोकन और सौर वायु की स्थिति का पता लगाने के लिए तैयार किया गया है। एल 1 पृथ्वी से करीब...

  • 2 सितंबर को लाॅन्‍च होगा भारत का सौर मिशन आदित्य-एल1

    Aditya L1 :- भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के बाद अब सूर्य को करीब से जानने के लिए 2 सितंबर को पूर्वाह्न 11.50 बजे देश की पहली अंतरिक्ष-आधारित वेधशाला 'आदित्य-एल1' लॉन्च करेगा। इसरो ने कहा कि आदित्य-एल1 को भारतीय रॉकेट पीएसएलवी-एक्सएल द्वारा ले जाया जाएगा। अंतरिक्ष एजेंसी ने आंध्र प्रदेश में श्रीहरिकोटा स्थित अंतरिक्ष प्रक्षेपण केंद्र की गैलरी से प्रक्षेपण देखने के लिए आम लोगों को पंजीकरण करने के लिए आमंत्रित किया है। प्रारंभ में, आदित्य-एल1 को पृथ्वी की निचली कक्षा में स्‍थापित किया जाएगा। बाद में धीरे-धीरे इसकी कक्षा का उन्‍नयन किया जायेगा, और अंतत:...

  • भारत जल्द ही अंतरिक्ष में इबारत लिखने के लिए तैयार: इसरो प्रमुख

    नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) के प्रमुख एस सोमनाथ (S Somnath) ने बुधवार को कहा कि भारत के तीसरे चंद्र अभियान चंद्रयान-तृतीय (Chandrayaan III) और देश के पहले सौर अभियान आदित्य-एल प्रथम (Aditya-L1 Mission) का प्रक्षेपण संभवत: 2023 के मध्य में हो सकता है। उन्होंने यहां फिजिकल रिसर्च लेबोरेटरी में आयोजित चतुर्थ भारतीय ग्रह विज्ञान सम्मेलन में ‘अंतरिक्ष एवं ग्रहीय खोज में भारतीय क्षमता’ विषय पर उद्घाटन वार्ता में यह बात कही। इसरो (ISRO) प्रमुख ने कहा, ‘चंद्रयान-तृतीय यान पूरी तरह से तैयार है। इसका पूर्णत: समन्वय कर दिया है। निश्चित रूप से सुधार के कुछ काम किए...