Afghanistan Taliban Crisis
सत्तारूढ़ होने के पहले तालिबान प्रवक्ताओं ने जो कर्णप्रिय घोषणाएं की थीं, उन पर उनकी यह अंतरिम सरकार कहां तक अमल करती हैं?
तालिबान की ओर से लगाई जा रही पाबंदियों और पाकिस्तान के दखल के खिलाफ काबुल में लगातार चौथे दिन बुधवार को भी प्रदर्शन हुआ।
सोमवार को ऐलान किया था कि तालिबानियों ने पंजशीर पर कब्जा कर लिया है और धमकी दी थी कि अगर किसी ने तालिबानी सरकार बनाने में खलल डाला तो उसके साथ भी पंजशीर की तरह ही निपटा जाएगा।
अफगानिस्तान में तालिबान का राज कायम होने को लेकर जो अंदेशे थे, उनमें से कुछ अब सच साबित होने लगे हैँ। लंबे समय बाद अल-कायदा ने वहां अपनी मौजूदगी जताई है।
अपगानिस्तान में अलग अलग आतंकवादी गुटों के बीच सहमति नहीं बन पाने की वजह से सरकार का गठन नहीं हो पा रहा है।
अफगानिस्तान में चल रहे घमासान के बीच अब एक ओर खबर सामने आई है कि गनी सरकार में उपराष्ट्रपति रहे अमरुल्ला सालेह के घर पर हेलिकॉप्टर से हमला किया गया है।
तालिबानी कमांडर ने कहा कि, हमने पूरे अफगानिस्तान में नियंत्रण कर लिया है। परेशानी पैदा करने वालों को हरा दिया गया है और पंजशीर हमारी कमान में है।
तालिबानी अफगानिस्तान में ईरान की तर्ज पर सरकार बनाएंगे। तालिबान ने कैबिनेट मंत्रियों के नाम फाइनल कर लिए गए हैं।
यह लाख टके का सवाल है कि भारत ने तालिबान के साथ जो वार्ता शुरू की है वह किसी मुकाम तक पहुंचेगी या दो-चार दिन की सनसनी बन कर रह जाएगी?
तालिबान से एक दौर की वार्ता कर चुकी भारत सरकार चाहती है कि अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल आतंकवादी गतिविधियों के लिए नहीं होने दिया जाए।
अमेरिका ने कहा है कि उसे या दुनिया के किसी और देश को तालिबान को मान्यता देने की कोई जल्दबाजी नहीं है, क्योंकि यह कदम पूरी तरह इस बात पर निर्भर करेगा
अफगानिस्तान में तालिबानी, ईरान मॉडल के आधार पर सरकार बना रहे हैं। इसमें एक इस्लामी गणराज्य होगा जहां सर्वोच्च नेता राज्य का प्रमुख होता है जो राष्ट्रपति से भी ऊपर होगा।
अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी होने के एक दिन बाद ही आतंकवादी संगठन अलकायदा सक्रिय हो गया है और उसने कश्मीर की आजादी की राग भी छेड़ दिया है।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने 20 साल के युद्ध के बाद अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के फैसले का बचाव किया है।
मुझे खुशी है कि क़तर में नियुक्त हमारे राजदूत दीपक मित्तल और तालिबानी नेता शेर मुहम्मद स्थानकजई के बीच दोहा में संवाद स्थापित हो गया है।