Andha Yug

  • ‘अंधा युग’ पेशेवर नाटक की आहट

    भोपाल। भोपाल के रंगमंच में बरसों बाद या कहूं पहली बार किसी निजी नाट्य संस्था द्वारा पेशेवर अंदाज में नाटक की प्रस्तुति की गई। यह था धर्मवीर भारती रचित नाटक ’अंधा युग’ जिसे हम थियेटर द्वारा बालेन्द्र सिंह के निर्देशन में प्रस्तुत किया गया। बालेन्द्र पिछले तीन दशक से अधिक समय से रंगमंच में सक्रिय हैं और अब तक लगभग एक दर्जन नाटक निर्देशित व अभिनीत कर चुके हैं। बालू के नाम से लोकप्रिय बालेन्द्र सिंह लीक से हटकर काम करने वाले रंगकर्मी है। एकल पात्रीय नाटक ’पापकार्न’ उनके इसी धुन को दिखाता है विख्यात निर्देशक हबीब तनवीर के साथ...

  • दो दशक बाद फिर बज्जू भाई का ‘अंधा युग’

    भोपाल। नाटक शुरू होते ही नेपथ्य में आवाज गूंजती है, सूत्रधार के नैरेशन की। यह जानी पहचानी आवाज है प्रो. रामगोपाल बजाज की जिसका जादू दर्शकों को बांध लेता है। भारतीय रंगमंच के शीर्ष निदेशक रामगोपाल बजाज के निदेशन में कोई नाटक देखना दुर्लभ अनुभव होता है। काफी समय से उन्होंने कोई नाटक संभवतः तैयार नहीं किया है। हाल ही में भारत भवन में आयोजित नाट्य समारोह में उनके निर्देशन में तैयार नाटक 'अंधा युग’ देखने को मिला। इस समारोह में राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के रेपटरी कंपनी के तीन नाटकों का मंचन किया गया लेकिन बज्जू भाई प्रो. बजाज की...