autobiography

  • आज़ाद के दावों का सच

    या तो आज़ाद इतिहास भूल गए हैं या जानबूझकर ऐसी बातें लिख-बोल रहे हैं ताकि कुछ दिन सनसनी बनी रहे और वे राजनीतिक रूप से प्रासंगिक भी बने रहें। मगर आज़ाद कुछ भी कहें एक बात साफ है कि उनके बयान और किताब में छपे उनके कुछ दावे बेहद हास्यास्पद हैं। राजनीति में सफलता की ऊंचाईयां छू चुके आज़ाद आखिर क्यों ऐसा साबित करने की कोशिश कर रहे हैं कि उनके साथ हर जगह अन्याय हुआ है ? कांग्रेस छोड़ कर अपने लिए राजनीतिक ज़मीन तलाश रहे गुलाम नबी आज़ाद इन दिनों अपनी किताब और हाल ही में दिए गए...