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युवक इस कदम का विरोध कर रहे हैं, यह कहते हुए कि अपने पैसे से खरीदे गए कपड़ों के सामान को हटाने का कोई कारण नहीं है।
राज्य द्वारा जारी किसी भी आभासी मुद्राओं को छोड़कर, सभी निजी क्रिप्टोकरेंसी को भारत में प्रतिबंधित कर दिया जाएगा।
केंद्रीय बैंक का तर्क है कि क्रिप्टोकरेंसी देश की व्यापक आर्थिक और वित्तीय स्थिरता के लिए गंभीर खतरा है।
सभी सरकारी और निजी स्कूलों के साथ-साथ निजी और सरकारी विश्वविद्यालयों में पहली से 12वीं तक की कक्षाएं 15 नवंबर से शत-प्रतिशत क्षमता के साथ शुरू की जा सकती हैं।
पश्चिम बंगाल प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पिछले आदेश को रद्द करते हुए कोर्ट ने कहा कि सभी को जीने का अधिकार है और कोविड महामारी के बीच जनता के व्यापक हित के लिए प्रतिबंध लगाया गया था।
सात्विक खाद्य पदार्थ वे हैं जो आध्यात्मिक उन्नति प्रदान करते हैं। यह सभी शाकाहारी खाद्य पदार्थों को कुछ अपवादों को छोड़कर सात्विक श्रेणी में रखता है।
राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम ने प्रदूषण के मुद्दे पर एक रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट के मुताबिक पटाखे फोड़ना दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण नहीं है।
तालिबान ने क्षेत्र के नाइयों पर पुरुषों की दाढ़ी काटने पर प्रतिबंध लगा दिया है क्योंकि यह इस्लामी कानून का उल्लंघन करता है।
सरकार की ओर से कहा गया है कि क्षेत्र में आने वाले 22 नगर निगम वार्ड क्षेत्र में शराब की बिक्री और मांस बेचने पर भी प्रतिबंध रहेगा..
द्रमुक सरकार ने अदालत से कहा कि श्रद्धालु गणेश प्रतिमाओं को छोटे मंदिरों के बाहर छोड़ सकते हैं। मूर्तियों को जलाशयों में विसर्जित करने की जिम्मेदारी राज्य उठाएगी।
सऊदी अरब, कुवैत और कतर में फिल्म प्रमाणन प्राधिकरणों ने ऐतिहासिक तथ्यों के साथ कथित छेड़छाड़ के कारण बेल बॉटम को अपने-अपने देशों में दिखाए जाने को अस्वीकार कर दिया है।
कोरोना की दूसरी लहर के गुजरने के बाद कोरोना के मामले में कमी होने लगी है। लेकिन एक बार फिर से कोरोना के मामलें में इजाफा होने लगा है। और वैज्ञानिक इसे तीसरी लहर की दस्तक मान रहे है। भारत के कुछ राज्यों में कोरोना के मामले धीरे-धीरे बढ़ रहे है। केरल में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ हे है। केरल कोरोना का गढ़ बनता हुआ दिखाई दे रहा है। इसके बाद तमिलनाडु ने नई पाबंदियों के साथ लॉकडाउन को 23 अगस्त तक बढ़ा दिया है। जहां सरकार अब सितंबर से चुनिंदा मानकों के लिए स्कूलों को फिर से खोलने की योजना बना रही है। ( lockdown extend in tamilnaddu ) वहीं धार्मिक स्थल भी नए प्रतिबंधों के दायरे में आ गए हैं। also read: देश कोरोना के बढ़ते नए मामलों के बीच अब मौतों ने डराया, एक ही दिन में हुई 600 के पार नए दिशानिर्देशों में क्या शामिल है सभी धार्मिक स्थल सप्ताह के तीन दिन – शुक्रवार, शनिवार और रविवार को बंद रहेंगे। सरकार की योजना 1 सितंबर से 9, 10, 11 और 12 वीं कक्षा के छात्रों के लिए स्कूलों को फिर से खोलने की है। जिसमें एक समय में 50% छात्रों की उपस्थिति होगी। सख्त… Continue reading तमिलनाडु में 23 अगस्त तक बढ़ा लॉकडाउन, धार्मिक स्थलों, स्कूलों पर सितंबर से प्रतिबंध
नई दिल्ली | VHP on Bakrid and kanwar yatra: कांवड़ यात्रा को लेकर शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. हालांकि सुप्रीम कोर्ट के बाद केंद्र सरकार ने भी कावड़ यात्रा इस साल नहीं निकाले जाने के लिए कहा है. इस संबंध में सर्वोच्च न्यायालय ने उत्तर प्रदेश सरकार को सोचने के लिए समय भी दिया है. लेकिन अब कावड़ यात्रा विवाद में विश्व हिंदू परिषद की भी इंट्री हो गई है. विश्व हिंदू परिषद ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की सरकार को कावड़ यात्रा पर लगाए गए प्रतिबंध के बारे में एक बार फिर से विचार करने की अपील की है. इस बयान के संदर्भ में केरल में बकरीद के मौके पर दी गई छूट का उदाहरण देते हुए विश्व हिंदू परिषद का कहना है कि आपको भी एक बार फिर से कावड़ यात्रा पर विचार करने की आवश्यकता है. I appeal to UP & Uttarakhand govts to reconsider their decisions to ban Kanwar Yatra. We urge top court not to be selective on this issue. Hasn’t Kerala govt given relaxation on Eid-ul-Adha? Shouldn’t the SC take suo moto cognisance on it?: VHP Joint General Secy Surendra Jain pic.twitter.com/gJcTnmr3mQ — ANI (@ANI) July 18, 2021 सलेक्टिव… Continue reading विश्व हिंदू परिषद ने केरल में बकरीद पर दी जा रही छूट को कांवर यात्रा से जोड़ा, SC से संज्ञान लेने की अपील, कहा- सलेक्टिव दृष्टिकोण…
अमेरिका अपने नस्लभेदी इतिहास पर परदा डाले या अपने छात्रों को पढ़ कर उसे समझने दे, ये विवाद वहां गहरा गया है। अब क्रिटिकल रेस थ्योरी वहां टकराव का बड़ा मुद्दा बन गई है। इस सिद्धांत के तहत अकादमिक दायरे में नस्लवाद के प्रभाव का अध्ययन किया जाता है। history of racism : इतिहास की खामियों को समझा और याद किया जाए, या उस पर परदा डालने की कोशिश की जाए, ऐसे आत्म-संघर्षों से हर समाज को गुजरना पड़ता है। हैरतअंगेज यह है कि अमेरिका जैसे परिपक्व लोकतंत्र समझे जाने वाले समाज में ऐसे अंतर्विरोध अब खड़े हो गए हैं। अगर समझने की कोशिश की जाए, तो इसकी एक वजह 2008 में ब्लैक नेता बराक ओबामा का राष्ट्रपति बनना रही। उससे श्वेत समुदाय में जवाबी गोलबंदी हुई। वो बात आगे बढ़ती चली गई, जिसका खूब फायदा डॉनल्ड ट्रंप ने उठाया। उन्होंने अमेरिकी समाज में ऐसा ध्रुवीकरण किया कि पुराने बहुत से जख्म खुरच कर फिर से अमेरिका को पीड़ा पहुंचाने लगे हैँ। जाहिर है, उनमें सबसे बड़ा दर्द नस्लभेद का है। अमेरिका अपने नस्लभेदी इतिहास पर परदा डाले या अपने छात्रों को पढ़ कर उसे समझने दे, ये विवाद वहां गहरा गया है। यह भी पढ़ें: हम सबका खून एक… Continue reading अमेरिका का आत्म-संघर्ष
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2021 में शामिल रहे ऑस्ट्रेलियाई अगले एक या दो दिन में स्वदेश लौट सकते हैं, जहां वे सिडनी में क्वारंटीन में रहेंगे और इस दौरान BCCI उनका खर्च वहन करेगी।