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  • किसानों का भारत बंद, सड़क व रेल रोके

    नई दिल्ली। केंद्र सरकार के बनाए तीन कृषि कानूनों के विरोध में 121 दिन से आंदोलन कर रहे किसानों ने आंदोलन के चार महीने पूरे होने के मौके पर शुक्रवार को भारत बंद किया। देश के कई राज्यों में बंद का व्यापक असर देखने को मिला तो कुछ राज्यों में इसका आंशिक असर हुआ। पंजाब, हरियाणा के अलावा राजस्थान, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के कई हिस्सों में बंद का व्यापक असर दिखा। कई जगह किसानों ने रेल रोके और सड़क जाम की। कई राज्यों में किसानों के समर्थन में बाजार भी बंद रहे। बिहार विधानसभा में विधायकों की पिटाई के...

  • भारत बंद : जानें, राजस्थान में बंद का कहां और कितना दिखा असर

    Jaipur: नये कृषि कानूनों के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा (kisan morcha) के आह्वान पर आयाेजित भारत बंद का राजस्थान (rajasthan) में मिला-जुला असर देखने को मिला. हालांकि श्रीगंगानगर ( shri ganganagar)  एवं बीकानेर (Bikaner) जिले में बंद का काफी असर देखने को मिला.  श्रीगंगानजर जिले के रायसिंहनगर कस्बे के बाजार बंद नबर आए.  इसके अलावा किसानों ने राज्य के कई प्रमुख  मार्गों को पर  चक्का जाम कर रखा . इनमें ट्रक यूनियन , 11 टीके फाटक, समेजा, बाजूवाला, मुकलावा में भी चक्का जाम चल रहा . इस दौरान किसान नये कृषि कानूनों (Agricultural laws) को वापस लेने की मांग...

  • किसान आंदोलन का दायरा बढ़ा

    नई दिल्ली। केंद्र सरकार के बनाए तीन कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमा पर चल रहे किसान आंदोलन का दायरा बढ़ता जा रहा है। राजस्थान के कई इलाकों से लेकर पंजाब के अंदर और हरियाणा के कुछ इलाकों में भी किसानों का आंदोलन तेज हो गया है। इस बीच दिल्ली की सीमा पर पिछले 30 दिन से डटे किसान संगठनों ने शुक्रवार को अलग-अलग बैठक करके अपनी रणनीति बनाई। ध्यान रहे सरकार किसानों से बात करने की बजाय बार-बार उनसे कह रही है कि वे वार्ता की तारीख और समय तय करें, जबकि किसानों का कहना है कि...

  • नई चिट्ठी, दोहराई बाते!

    नई दिल्ली। देश के कई राज्यों के किसान दिल्ली की कड़ाके की ठंड में दिल्ली की सीमा पर 29 दिन से प्रदर्शन कर रहे हैं और केंद्र सरकार उनकी मांगें सुनने की बजाय उनको चिट्ठी लिख रही है। केंद्र सरकार ने गुरुवार को पांच दिन के के अंदर दूसरी चिट्ठी किसानों को लिखी, जिसमें पुरानी बातों को दोहराते हुए कहा गया कि सरकार हर मुद्दे पर बातचीत के लिए तैयार है। इसमें एक बार फिर गेंद किसानों के पाले में डालते हुए केंद्र सरकार ने लिखा कि बातचीत  की तारीख और समय किसान खुद तय करें। सरकार की ऐसी ही...

  • ठोस प्रस्ताव के बगैर वार्ता नहीं

    नई दिल्ली। केंद्र सरकार के बनाए तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने सरकार पर टालमटोल का रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए अपना रुख सख्त कर लिया है। सरकार की ओर से वार्ता के लिए दिए गए प्रस्ताव को खारिज करते हुए किसानों ने कहा है कि सरकार जब तक कोई ठोस प्रस्ताव नहीं देती है तब तक वार्ता नहीं होगी। किसान संगठनों ने बुधवार को किसान दिवस के रोज शाम साढ़े पांच बजे प्रेस कांफ्रेंस की और सरकार को अपना रुख बता दिया। किसानों ने यह भी कहा कि उन्हें सरकार से दान नहीं चाहिए, बल्कि...

  • बदलाव नहीं कानूनों की वापसी हो

    नई दिल्ली। केंद्र सरकार के बनाए तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने सरकार पर टालमटोल का रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए अपना रुख सख्त कर लिया है। सरकार की ओर से वार्ता के लिए दिए गए प्रस्ताव को खारिज करते हुए किसानों ने कहा है कि सरकार जब तक कोई ठोस प्रस्ताव नहीं देती है तब तक वार्ता नहीं होगी। किसान संगठनों ने बुधवार को किसान दिवस के रोज शाम साढ़े पांच बजे प्रेस कांफ्रेंस की और सरकार को अपना रुख बता दिया। किसानों ने यह भी कहा कि उन्हें सरकार से दान नहीं चाहिए, बल्कि...

  • खुद्दार किसान और अय्यार सरकार!

    नई दिल्ली। केंद्र सरकार के बनाए तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने सरकार पर टालमटोल का रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए अपना रुख सख्त कर लिया है। सरकार की ओर से वार्ता के लिए दिए गए प्रस्ताव को खारिज करते हुए किसानों ने कहा है कि सरकार जब तक कोई ठोस प्रस्ताव नहीं देती है तब तक वार्ता नहीं होगी। किसान संगठनों ने बुधवार को किसान दिवस के रोज शाम साढ़े पांच बजे प्रेस कांफ्रेंस की और सरकार को अपना रुख बता दिया। किसानों ने यह भी कहा कि उन्हें सरकार से दान नहीं चाहिए, बल्कि...

  • किसानों की भूख हड़ताल शुरू

    नई दिल्ली। केंद्र सरकार के बनाए तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने सरकार पर टालमटोल का रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए अपना रुख सख्त कर लिया है। सरकार की ओर से वार्ता के लिए दिए गए प्रस्ताव को खारिज करते हुए किसानों ने कहा है कि सरकार जब तक कोई ठोस प्रस्ताव नहीं देती है तब तक वार्ता नहीं होगी। किसान संगठनों ने बुधवार को किसान दिवस के रोज शाम साढ़े पांच बजे प्रेस कांफ्रेंस की और सरकार को अपना रुख बता दिया। किसानों ने यह भी कहा कि उन्हें सरकार से दान नहीं चाहिए, बल्कि...

  • मानों ‘ब्रेन डेड’ अवस्था और जीवन!

    नई दिल्ली। केंद्र सरकार के बनाए तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने सरकार पर टालमटोल का रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए अपना रुख सख्त कर लिया है। सरकार की ओर से वार्ता के लिए दिए गए प्रस्ताव को खारिज करते हुए किसानों ने कहा है कि सरकार जब तक कोई ठोस प्रस्ताव नहीं देती है तब तक वार्ता नहीं होगी। किसान संगठनों ने बुधवार को किसान दिवस के रोज शाम साढ़े पांच बजे प्रेस कांफ्रेंस की और सरकार को अपना रुख बता दिया। किसानों ने यह भी कहा कि उन्हें सरकार से दान नहीं चाहिए, बल्कि...

  • अब थाली बजवाएंगे किसान

    नई दिल्ली। केंद्र सरकार के बनाए तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने सरकार पर टालमटोल का रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए अपना रुख सख्त कर लिया है। सरकार की ओर से वार्ता के लिए दिए गए प्रस्ताव को खारिज करते हुए किसानों ने कहा है कि सरकार जब तक कोई ठोस प्रस्ताव नहीं देती है तब तक वार्ता नहीं होगी। किसान संगठनों ने बुधवार को किसान दिवस के रोज शाम साढ़े पांच बजे प्रेस कांफ्रेंस की और सरकार को अपना रुख बता दिया। किसानों ने यह भी कहा कि उन्हें सरकार से दान नहीं चाहिए, बल्कि...

  • सरकार से चाहिए समाधान

    नई दिल्ली। केंद्र सरकार के बनाए तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने सरकार पर टालमटोल का रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए अपना रुख सख्त कर लिया है। सरकार की ओर से वार्ता के लिए दिए गए प्रस्ताव को खारिज करते हुए किसानों ने कहा है कि सरकार जब तक कोई ठोस प्रस्ताव नहीं देती है तब तक वार्ता नहीं होगी। किसान संगठनों ने बुधवार को किसान दिवस के रोज शाम साढ़े पांच बजे प्रेस कांफ्रेंस की और सरकार को अपना रुख बता दिया। किसानों ने यह भी कहा कि उन्हें सरकार से दान नहीं चाहिए, बल्कि...

  • किसानों को नए कानूनों का फायदा: मोदी

    नई दिल्ली। केंद्र सरकार के बनाए तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने सरकार पर टालमटोल का रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए अपना रुख सख्त कर लिया है। सरकार की ओर से वार्ता के लिए दिए गए प्रस्ताव को खारिज करते हुए किसानों ने कहा है कि सरकार जब तक कोई ठोस प्रस्ताव नहीं देती है तब तक वार्ता नहीं होगी। किसान संगठनों ने बुधवार को किसान दिवस के रोज शाम साढ़े पांच बजे प्रेस कांफ्रेंस की और सरकार को अपना रुख बता दिया। किसानों ने यह भी कहा कि उन्हें सरकार से दान नहीं चाहिए, बल्कि...

  • बस, किसी तरह लौटे किसान!

    नई दिल्ली। केंद्र सरकार के बनाए तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने सरकार पर टालमटोल का रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए अपना रुख सख्त कर लिया है। सरकार की ओर से वार्ता के लिए दिए गए प्रस्ताव को खारिज करते हुए किसानों ने कहा है कि सरकार जब तक कोई ठोस प्रस्ताव नहीं देती है तब तक वार्ता नहीं होगी। किसान संगठनों ने बुधवार को किसान दिवस के रोज शाम साढ़े पांच बजे प्रेस कांफ्रेंस की और सरकार को अपना रुख बता दिया। किसानों ने यह भी कहा कि उन्हें सरकार से दान नहीं चाहिए, बल्कि...

  • पंजाबी किसान शहीदी मिजाज का!

    नई दिल्ली। केंद्र सरकार के बनाए तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने सरकार पर टालमटोल का रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए अपना रुख सख्त कर लिया है। सरकार की ओर से वार्ता के लिए दिए गए प्रस्ताव को खारिज करते हुए किसानों ने कहा है कि सरकार जब तक कोई ठोस प्रस्ताव नहीं देती है तब तक वार्ता नहीं होगी। किसान संगठनों ने बुधवार को किसान दिवस के रोज शाम साढ़े पांच बजे प्रेस कांफ्रेंस की और सरकार को अपना रुख बता दिया। किसानों ने यह भी कहा कि उन्हें सरकार से दान नहीं चाहिए, बल्कि...

  • किसानों की ‘अमीरी’ देखी नहीं जा रही!

    नई दिल्ली। केंद्र सरकार के बनाए तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने सरकार पर टालमटोल का रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए अपना रुख सख्त कर लिया है। सरकार की ओर से वार्ता के लिए दिए गए प्रस्ताव को खारिज करते हुए किसानों ने कहा है कि सरकार जब तक कोई ठोस प्रस्ताव नहीं देती है तब तक वार्ता नहीं होगी। किसान संगठनों ने बुधवार को किसान दिवस के रोज शाम साढ़े पांच बजे प्रेस कांफ्रेंस की और सरकार को अपना रुख बता दिया। किसानों ने यह भी कहा कि उन्हें सरकार से दान नहीं चाहिए, बल्कि...

  • कैसे संचालित हो रहा आंदोलन?

    नई दिल्ली। केंद्र सरकार के बनाए तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने सरकार पर टालमटोल का रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए अपना रुख सख्त कर लिया है। सरकार की ओर से वार्ता के लिए दिए गए प्रस्ताव को खारिज करते हुए किसानों ने कहा है कि सरकार जब तक कोई ठोस प्रस्ताव नहीं देती है तब तक वार्ता नहीं होगी। किसान संगठनों ने बुधवार को किसान दिवस के रोज शाम साढ़े पांच बजे प्रेस कांफ्रेंस की और सरकार को अपना रुख बता दिया। किसानों ने यह भी कहा कि उन्हें सरकार से दान नहीं चाहिए, बल्कि...

  • ईस्ट इंडिया कंपनी व अंबानी-अडानी में क्या फर्क?

    नई दिल्ली। केंद्र सरकार के बनाए तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने सरकार पर टालमटोल का रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए अपना रुख सख्त कर लिया है। सरकार की ओर से वार्ता के लिए दिए गए प्रस्ताव को खारिज करते हुए किसानों ने कहा है कि सरकार जब तक कोई ठोस प्रस्ताव नहीं देती है तब तक वार्ता नहीं होगी। किसान संगठनों ने बुधवार को किसान दिवस के रोज शाम साढ़े पांच बजे प्रेस कांफ्रेंस की और सरकार को अपना रुख बता दिया। किसानों ने यह भी कहा कि उन्हें सरकार से दान नहीं चाहिए, बल्कि...

  • ‘उत्तम खेती’ होगी चाकरी में कन्वर्ट!

    नई दिल्ली। केंद्र सरकार के बनाए तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने सरकार पर टालमटोल का रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए अपना रुख सख्त कर लिया है। सरकार की ओर से वार्ता के लिए दिए गए प्रस्ताव को खारिज करते हुए किसानों ने कहा है कि सरकार जब तक कोई ठोस प्रस्ताव नहीं देती है तब तक वार्ता नहीं होगी। किसान संगठनों ने बुधवार को किसान दिवस के रोज शाम साढ़े पांच बजे प्रेस कांफ्रेंस की और सरकार को अपना रुख बता दिया। किसानों ने यह भी कहा कि उन्हें सरकार से दान नहीं चाहिए, बल्कि...

  • किसानों ने जवाब और चेतावनी दी

    नई दिल्ली। केंद्र सरकार के बनाए तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने सरकार पर टालमटोल का रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए अपना रुख सख्त कर लिया है। सरकार की ओर से वार्ता के लिए दिए गए प्रस्ताव को खारिज करते हुए किसानों ने कहा है कि सरकार जब तक कोई ठोस प्रस्ताव नहीं देती है तब तक वार्ता नहीं होगी। किसान संगठनों ने बुधवार को किसान दिवस के रोज शाम साढ़े पांच बजे प्रेस कांफ्रेंस की और सरकार को अपना रुख बता दिया। किसानों ने यह भी कहा कि उन्हें सरकार से दान नहीं चाहिए, बल्कि...

  • सुप्रीम कोर्ट खत्म कराएगा आंदोलन!

    नई दिल्ली। केंद्र सरकार के बनाए तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने सरकार पर टालमटोल का रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए अपना रुख सख्त कर लिया है। सरकार की ओर से वार्ता के लिए दिए गए प्रस्ताव को खारिज करते हुए किसानों ने कहा है कि सरकार जब तक कोई ठोस प्रस्ताव नहीं देती है तब तक वार्ता नहीं होगी। किसान संगठनों ने बुधवार को किसान दिवस के रोज शाम साढ़े पांच बजे प्रेस कांफ्रेंस की और सरकार को अपना रुख बता दिया। किसानों ने यह भी कहा कि उन्हें सरकार से दान नहीं चाहिए, बल्कि...

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