CAA protest:
नई दिल्ली| केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की दिल्ली में रैली में नागरिकता संशोधन कानून का विरोध करने वाले एक युवक को लोगों ने पीट दिया। अमित शाह रविवार को दिल्ली के बाबरपुर इलाके में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे, उसी दौरान पांच युवक सीएए को वापस करने की मांग करने लगे तो आसपास मौजूद लोगों ने एक को पकड़कर पीटना शुरू कर दिया। इस बीच अमित शाह ने सिक्योरिटी को ताकीद किया और कहा कि सिक्योरिटी उसे सही सलामत ले जाए। बाबरपुर में ही दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस और आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सीएए लेकर आए लेकिन राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल एंड कंपनी इसका विरोध कर रही हैं। दिल्ली में दंगे कराए, लोगों को उकसाया, भड़काया, गुमराह किया, बसें जला दीं, लोगों की गाड़ियां जला दीं। ये लोग फिर से आए तो दिल्ली सुरक्षित नहीं रह सकती है। इसी दौरान रैली में भीड़ के पीछे खड़े पांच युवकों ने सीएए वापस लेने की मांग करने लगे। इसी बीच भीड़ में कुछ लोगों ने एक युवक की पिटाई करनी शुरू कर दी। बाद में अमित शाह के निर्देश… Continue reading अमित शाह की रैली में सीएए विरोधी युवक की पिटाई
दिल्ली के शाहीन बाग़ में मणिशंकर अय्यर का पहुचना धरने की साजिश को उजागर करता है तो दिग्विजय सिंह का ताज़ा बयान उस कहानी को आगे बढाता है। अभी जावेद अख्तर, स्वरा भास्कर और अनुराग कश्यप को आना बाकी है। वे भी आएँगे तो वही कहेंगे जो मणिशंकर और दिग्विजय सिंह कह रहे हैं। मणि शंकर अय्यर ने पाकिस्तान से लौट कर शाहीन बाग़ में धरने पर बैठे मुस्लिमों और वामपंथियों को खूब भडकाया और हर हफ्ते वहां आने का वादा किया। दिग्विजय सिंह ने कहा ‘हम तो कहते हैं कि मोदी अपने पिता और माता का जन्म प्रमाणपत्र हमें बता दें, (इसके बाद) हम सब कागज दे देंगे।’ यानी देश के ये बड़े नेता ,जो मुख्यमंत्री और केंद्र में मंत्री रह चुके हैं , बिना सिर पैर की बयानबाजी कर रहे हैं।वे जानते हैं कि उन्होंने मुसलमानों को जैसी शिक्षा दी है उसमें उन के पास उन के बयानों पर भरोसा करने के सिवा कोई चारा ही नहीं है। आखिर जो भी होगा , होगा तो भारतीय नागरिकता क़ानून के अंतर्गत। इ लिए राजनीतिक दल उन्हें क्यों बरगला रहे हैं कि उन के बाप-दादाओं के कागज मांगे जाएंगे?संविधान के अनुच्छेद 5 के अनुसार 26 जनवरी 1947 तक भारत में… Continue reading मां-बाप का प्रमाणपत्र मांगने का झूठ
यह बात चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एसए बोबड ने कही है। उनके सामने एक याचिका आई थी, जिसमें याचिकाकर्ता ने कहा था कि सर्वोच्च अदालत संशोधित नागरिकता कानून को संवैधानिक घोषित करे। यह हैरान करने वाली याचिका थी और चीफ जस्टिस ने सही ही हैरानी जताते हुए कहा कि पहली बार किसी कानून को संवैधानिक घोषित कराने के लिए याचिका दायर की गई है।
इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हुये प्रदर्शनकारियों पर पुलिस लाठीचार्ज और कथित बर्बरता पर राज्य सरकार को नोटिस जारी कर आगामी 16 तारीख तक जवाब मांगा है ।
लखनऊ। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा नागरिकता संसोधन कानून (सीएए) के विरोध में हुए प्रदर्शनों के दौरान मारे गए लोगों के परिजनों को पत्र भेजकर अपनी सहानभूति प्रकट कर रही हैं। पत्र में लिखा है कि ‘अपनों का खोना क्या होता है, मैं दिल की गहराइयों से समझती हूं।’ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने बताया यह पत्र पूरे प्रदेश में सीएए हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों के पास संवेदना के लिए भेजा जाएगा। कांग्रेस दु:ख के समय सभी ऐसे परिवारों के साथ खड़ी नजर आएगी। प्रियंका ने पत्र में लिखा है अपनों का खोना क्या होता है, मैं दिल की गहराइयों से समझती हूं। आपके साथ जो हुआ, उसकी कोई भरपाई तो नहीं की जा सकती है। लेकिन ऐसे मौके पर एक-दूसरे का हाथ थामने से मन को तसल्ली मिलती है। आप कतई अपने आप को अकेला न समझें। हौसला न खोएं। हम आपके साथ हैं। हमें आगे बढ़ना है और इंसाफ की मांग मजबूत करनी है। इंसान को बांटने वाली ताकतें मुल्क को कमजोर कर रही हैं। हमें अपने प्यारे मुल्क और संविधान को बचाने के लिए लड़ना है। जब भी और जहां भी हमारी जरूरत हो, आवाज देने में हिचक न करें। आपकी साथी… Continue reading सीएए विरोध : मृतकों के परिजनों को प्रियंका का भावुक पत्र
उत्तर प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में हुये प्रदर्शन का श्रेय लेने के लिये अब राज्य की मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी(सपा) और कांग्रेस में होड़ मची है।
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल या उनकी पार्टी अभी तक संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में खुल कर नहीं उतरी है। अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण से बचने के लिए केजरीवाल और आम आदमी पार्टी इस मामले पर कम से कम बयानबाजी करके इससे बचते रहे हैं। पर शुक्रवार को केजरीवाल ने खुल कर इसका विरोध किया। उन्होंने एक निजी टेलीविजन चैनल के कार्यक्रम में सिर्फ इतना कहा कि इस कानून की जरूरत नहीं थी और इसे खारिज किया जाना चाहिए। उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि यह हिंदू-मुस्लिम का मामला नहीं है। केजरीवाल ने कहा कि इस कानून को लाने की जरूरत नहीं थी। उन्होंने आगे कहा कि पूरे देश को मिल कर इसे रिजेक्ट कर देना चाहिए और पूरे देश को मिल कर अपने बच्चों के रोजगार पर बात करनी चाहिए। उन्होंने कहा- क्या मतलब है कि इसको देश से निकाल दो, उसको निकाल दो। सारा देश मिल कर पहले इस बिल को समझे। ये मुद्दा हिंदू मुसलमान का नहीं है। उन्होंने कहा कि नागरिकता कानून से हिंदू और मुसलमान दोनों को नुकसान होगा। केजरीवाल ने चुनाव की घोषणा से ठीक पहले अपनी सरकार की उपलब्धियां भी गिनाईं और अपनी प्राथमिकताओं… Continue reading केजरीवाल ने किया सीएए का विरोध
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आरोप लगाया है कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के विरोध में हिंसात्मक वारदातों को अंजाम देने वाले उपद्रवियों को पेंशन देने की वकालत कर समाजवादी पार्टी (सपा) ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियाे का अपमान किया है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस अपनी खोई जमीन हासिल करने के लिए नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का विरोध करके लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रही है।
यह कहना जोखिम भरा है पर अगर नहीं कहा गया तो वह हकीकत से मुंह छिपाने जैसा होगा कि नागरिकता कानून के विरोध या समर्थन का मुद्दा बुनियादी रूप से हिंदू बनाम मुस्लिम का मुद्दा है। यह एक सांप्रदायिक मसला है और अंततः इसके विरोध या समर्थन में हो रहा आंदोलन भी सांप्रदायिक ही है। बिल्ली को आते देख कबूतर की तरह आंख बंद कर लेने से यह हकीकत नहीं बदल जाने वाली है। जो लोग सचमुच यह मान रहे हैं कि नागरिकता कानून के विरोध में चल रहा आंदोलन संविधान बचाने की लड़ाई है और यह एक स्वंयस्फूर्त आंदोलन है वे मूर्खों के स्वर्ग में रहते हैं। उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह बात मान लेनी चाहिए कि इस आंदोलन में शामिल लोगों को उनके पहनावे से पहचानें। उनकी बात मानने में कोई हर्ज इसलिए नहीं है क्योंकि देश में जो कुछ भी इस समय हो रहा है उसकी ग्रैंड डिजाइन तैयार करने वाले विश्वकर्मा प्रधानमंत्री मोदी और उनके गृह मंत्री अमित शाह ही हैं। नागरिकता कानून पास करना, राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर का फॉर्मेट बदलना और देश भर में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर बनाने का ऐलान करना उनकी ग्रैंड डिजाइन का हिस्सा है। इसलिए वे जानते हैं कि वे ऐसा… Continue reading नागरिकता सांप्रदायिक मामला ही है!
सुशांत कुमार- आम चुनाव का साल आमतौर पर थोड़ा ज्यादा राजनीतिक सक्रियता का साल होता है। देश के मतदाता राजनीतिक रूप से जाग्रत होते हैं और देश का हर घटनाक्रम राजनीति के रंग में रंगा होता है। इस लिहाज से 2019 का साल स्वाभाविक रूप से ज्यादा राजनीतिक होना था। पर चुनाव से बहुत पहले और चुनाव खत्म होने के बहुत बाद तक ऐसा लग रहा है कि इस साल सिर्फ राजनीति हुई है। सरकार ने कुछ बड़े प्रशासनिक फैसले किए पर अफसोस की बात है कि उसका मकसद भी राजनीति ही था। यहां तक की बड़े न्यायिक फैसले भी किसी न किसी रूप में राजनीति से जुड़े थे और अंततः उनका असर समाज से ज्यादा राजनीति पर पड़ना है। इस साल सैन्य कार्रवाई भी हुई और अंतरिक्ष में भारत ने बड़ी उपलब्धि हासिल की या हासिल करते करते रह गई पर वह पूरा घटनाक्रम भी राजनीतिक बन गया। इस बीते साल के दो हिस्सों में बांटा जा सकता है, जिसका केंद्र बिंदु लोकसभा का चुनाव है। पहला हिस्सा लोकसभा चुनाव से पहले का और दूसरा लोकसभा चुनाव के बाद का। लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा, सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी कांग्रेस और बाकी तमाम प्रादेशिक पार्टियों की… Continue reading सिर्फ राजनीति करने में बीता साल
कोलकाता। संशोधित नागरिकता कानून, सीएए के विरोध में देश के कई विश्वविद्यालयों और दूसरे शिक्षण संस्थानों में हो रहे प्रदर्शनों के बीच केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने चेतावनी दी है। उन्होंने शिक्षण संस्थानों राजनीतिकरण पर जताई और कोलकाता के कार्यक्रम के एक कार्यक्रम में कहा कि सरकार किसी भी सूरत में शिक्षण संस्थानों को राजनीतिक हब बनाना बरदाश्त नहीं करेगी। निशंक ने कहा- सबको राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होने की आजादी है, लेकिन यूनिवर्सिटी और कॉलेज को इससे दूर रखना चाहिए। ज्यादातर छात्र यहां दूर दूर से पढ़ाई के लिए आते हैं। गौरतलब है कि दिल्ली के जेएनयू, जामिया मिलिया इस्लामिया, कोलकाता के जाधवपुर विश्वविद्यालय सहित देश भर के विश्वविद्यालयों के छात्र सीएए और एनआरसी के मुद्दे पर प्रदर्शन कर रहे हैं। पोखरियाल ने विपक्षी पार्टियों पर सीएए को लेकर गलत सूचनाएं फैलाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस देश को धार्मिक आधार पर बांटने के लिए जिम्मेदार है। वह सीएए को लेकर भ्रम फैला रही है। सीएए का विरोध करने के लिए पोखरियाल ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि तृणमूल प्रमुख 2005 में जब सांसद थीं तो उन्होंने राज्य में अप्रवासियों के खिलाफ प्रदर्शन किया था। उस… Continue reading शिक्षण संस्थानों में राजनीति पर चेतावनी
लखनऊ। कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने ऐलान किया है कि देश में जहां भी कांग्रेस पार्टी की सरकार है वह संशोधित नागरिकता कानून को लागू नहीं करेगी। प्रियंका ने उत्तर प्रदेश सरकार पर भी निशाना साधा और कहा कि सरकार बेकसूर लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। गौरतलब है कि प्रियंका तीन दिन से लखनऊ में थीं और उन्होंने नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन में पुलिस की कार्रवाई का निशाना बने लोगों के परिजनों से मुलाकात की। प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोमवार को लखनऊ में वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ राजनीतिक विचार विमर्श किया। दोपहर के बाद उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस कर संशोधित नागरिकता कानून, सीएए को लेकर हुई हिंसा के बाद बेकसूर लोगों को गिरफ्तार करने का आरोप लगा और योगी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने सीएए को संविधान के खिलाफ बताया और कहा कि जहां-जहां कांग्रेस की सरकार है वहां इस कानून को लागू नहीं किया जाएगा। उन्होंने भाजपा के सीएए को लेकर जागरूकता अभियान को झूठा अभियान करार दिया। इससे पहले कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा कि पुलिस ने जनता को प्रताड़ित किया। उन्होंने कहा- हम ऐसे प्रताड़ित लोगों को मदद देंगे। कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में… Continue reading कांग्रेस सरकारें नहीं लागू करेंगी सीएए
नई दिल्ली। संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में देश भर में चल रहा आंदोलन थमने का नाम नहीं ले रहा है। शनिवार को भी देश के कई हिस्सों में इसे लेकर विरोध प्रदर्शन हुआ। दक्षिण भारत के राज्यों में भी बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतरे और इस कानून का विरोध किया। तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल, पश्चिम बंगाल आदि राज्यों में विरोध प्रदर्शनों की तीव्रता ज्यादा दिखाई दी। केरल के तिरुवनंतपुरम कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने नागरिकता कानून विरोधी प्रदर्शन का नेतृत्व किया। उन्होंने इस मौके पर सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत के एक बयान को लेकर उनको नसीहत भी दी। चिदंबरम ने कहा कि डीजीपी और आर्मी जनरल को सरकार का समर्थन करने के लिए कहा जा रहा है, यह शर्म की बात है। उन्होंने कहा- मैं जनरल रावत से अपील करता हूं कि आप सेना के प्रमुख हैं और अपने काम को ध्यान में रखें। यह सेना का काम नहीं है कि हम राजनेताओं को बताएं कि हमें क्या करना चाहिए। ऐसे ही ये हमारा काम नहीं है कि हम आपको बताएं आप क्या करें क्या ना करें। गौरतलब है कि उन्होंने नागरिकता विरोधी प्रदर्शनों में हुई हिंसा को लेकर सवाल उठाए थे। बहरहाल, तमिलनाडु में… Continue reading देश भर में नागरिकता कानून का विरोध
गुवाहाटी। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ पर, आरएसएस पर तीखा हमला किया है। नागरिकता कानून बनने और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर के विरोध में देश भर में आंदोलन शुरू होने के बाद पहली बार पूर्वोत्तर के दौरे पर पहुंचे राहुल ने गुवाहाटी में पार्टी के एक कार्यक्रम में कहा कि आरएसएस समूचे पूर्वोत्तर की पहचान, उसकी संस्कृति और उसकी भाषा को निशाना बना रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि असम को नागपुर में बैठे लोग नहीं चलाएंगे। गौरतलब है कि नागपुर में आरएसएस का मुख्यालय है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने यह अंदेशा भी जताया कि केंद्र और असम की भाजपा सरकारों की नीतियों के चलते यह राज्य हिंसा के रास्ते पर लौट सकता है। राहुल ने एक जनसभा में कहा कि राज्य में शांति लाने वाली असम संधि को बरबाद नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने संशोधित नागरिकता कानून का हवाला देते हुए कहा- मुझे डर है कि असम भाजपा की नीतियों के चलते कहीं हिंसा के रास्ते पर पर लौट न जाएं। आरएसएस को निशाना बनाते हुए राहुल ने कहा- भाजपा और आरएसएस को असम व पूर्वोत्तर की संस्कृति, भाषा और पहचान पर हमला नहीं करने दिया जाएगा। उन्होंने कहा- असम… Continue reading आरएसएस पर राहुल का बड़ा हमला