जिंस कीमतें अधिक होने से बढ़ सकता है चालू खाते का घाटा
नई दिल्ली। संसद में मंगलवार को पेश आर्थिक समीक्षा 2022-23 में कहा गया है कि वैश्विक स्तर पर जिंस कीमतें (commodity prices) बढ़ने से चालू खाते का घाटा (कैड) और बढ़ सकता है। लिहाजा इस पर करीबी नजर रखने की जरूरत है। भारतीय रिजर्व बैंक (reserve Bank of India) के आंकड़ों के मुताबिक, देश का चालू खाते का घाटा सितंबर, 2022 की तिमाही में बढ़कर सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी-GDP) का 4.4 प्रतिशत हो गया। यह अप्रैल-जून तिमाही में जीडीपी का 2.2 प्रतिशत था। वित्त वर्ष 2022-23 की आर्थिक समीक्षा में कहा गया, काफी हद तक घरेलू मांग बढ़ने और कुछ...