कम्युनिस्ट पार्टियों के नेताओं की चिंता
देश की तीन कम्युनिस्ट पार्टियों को इस बार कुल आठ सीटें मिली हैं। सबसे बड़ी कम्युनिस्ट पार्टी सीपीएम को चार सीट मिली है, जबकि सीपीआई और सीपीआई माले को दो-दो सीटें मिली हैं। आरएसपी को भी एक सीट मिली है। सो, अगर पूरे लेफ्ट मोर्चे की बात करें तो नौ सीटें बनती हैं, जो पिछली बार के बराबर हैं। लगातार इस तरह के प्रदर्शन से कम्युनिस्ट पार्टियों के भविष्य पर बड़ा सवाल खड़ा होता है। लेकिन सभी कम्युनिस्ट नेताओं की चिंता अलग है। इन नौ में से सिर्फ एक सीट ऐसी है, जो उस राज्य से मिली है, जहां लेफ्ट...