भड़की भावनाओं का टकराव
विवेकशील लोगों के लिए विचारणीय प्रश्न यह है कि इससे देश आखिर कहां जाएगा? विकास और दुनिया की होड़ में उतरने की बात तो दूर समाज जिस स्तर पर रहा है, ऐसे माहौल में क्या उसे भी बरकरार रखना संभव होगा? जब किसी देश या समाज में ‘भावनाएं’ राजनीति और संस्कृति के केंद्र में आ जाती हैं, तो उसका क्या नतीजा होता है, इसकी एक ताजा मिसाल झारखंड में देखने को मिल रही है। वहां गिरीडीह जिले में स्थित पारसनाथ पहाड़ी के आसपास के इलाके को सरकार ने पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना बनाई। इससे जैन...