Dayanand Saraswati

  • स्वतंत्रता संग्राम और दयानन्द सरस्वती

    स्वामी दयानन्द धार्मिक नेता ही नहीं, अपितु वे सच्चे राजनैतिक नेता भी थे। उनसे साधु- संतों के साथ ही क्रांतिकारी- राजनीतिक व्यक्तित्व भी समय- समय पर मिलते रहते थे। उनके साथियों में गुरु परमहंस गोविन्दराम, रामसहाय दास उर्फ़ जगनानन्द आदि भी थे।  ये सब लोग सन 1855-56 में गुरु विरजानन्द से आज्ञा लेकर भारत के साधु समाज के हुक्म से क्रांति यज्ञ में आहुति डालते रहे थे।  स्वामी दयानन्द सरस्वती ने सन् 1857 की क्रांति से पहले 1855 ईस्वी में घर छोड़ा था। उन्होने हरिद्वार कुम्भ मेले में स्वामी पूर्णानन्द से व्याकरणसूर्य गुरु विरजानन्द का पता लिया। वे श्रीकृष्ण जन्माष्टमी...

  • भारत को अपने विरासत पर गर्व: मोदी

    नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि भारत पूरे स्वाभिमान के साथ अपनी विरासत पर गर्व रहा है और इस बात पर जोर दे रहा है कि वह आधुनिकता लाने के साथ ही अपनी परंपराओं को मजबूत करेगा। मोदी ने यह भी कहा कि देश की नीतियों और प्रयासों में कोई भेदभाव नहीं है और इसका उद्देश्य गरीबों, पिछड़ों तथा वंचितों की प्राथमिकता के साथ सेवा करना है। मोदी ने समाज सुधारक एवं आर्य समाज के संस्थापक दयानंद सरस्वती के 200वें जयंती समारोह का उद्घाटन करने के बाद यह बात कही। प्रधानमंत्री ने जयंती समारोह के ‘लोगो’...