कूटनीति भी है चुनाव का औजार
पहले प्रधानमंत्री पंडित नेहरू से लेकर मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सभी को कूटनीति का चस्का रहा है। सारे प्रधानमंत्री घरेलू नीतियों के साथ साथ विदेश नीति को भी साधने और दुनिया में अपना नाम बनाने का प्रयास करते रहे हैं। इसके हवाले फिर चाहे नेहरू हों या वाजपेयी और मनमोहन सिंह या मोदी सबने किसी न किसी रूप में कूटनीति का राजनीतिक और चुनावी इस्तेमाल भी किया है। वाजपेयी की लाहौर की बस यात्रा रही हो या मनमोहनसिंह की परमाणु संधि इन सबका चुनाव में इस्तेमाल हुआ और पार्टियों को फायदा मिला। अब नरेंद्र मोदी कूटनीति का राजनीतिक इस्तेमाल कर...