Dr vaidik

  • हिंदी पत्रकारिता के वैदिक युग का अवसान

    डॉक्टर वैदिक ने अपने लेखन से कई मिथक तोड़े। हिंदी के बारे में यह आम धारणा रही है कि वह साहित्य की भाषा है या हिंदी भाषा में देश की गोबर पट्टी की राजनीति के बारे में ही लिखा जा सकता है। वैदिक जी ने इस धारणा को तोड़ा। उन्होंने जिस सहज भाव से वैदेशिक मामलों पर हिंदी में लिखा उसकी दूसरी मिसाल नहीं है। हिंदी की मुख्यधारा की पत्रकारिता के स्वर्ण काल का प्रतिनिधित्व करने वाली मध्य प्रदेश की त्रयी की आखिरी कड़ी भी टूट गई। प्रभाष जोशी और राजेंद्र माथुर के साथ साथ और उनके बाद भी हिंदी...

  • डॉ. वेद प्रताप वैदिक का निधन

    नई दिल्ली। देश के जाने माने पत्रकार, मूर्धन्य विद्वान और ‘नया इंडिया’ के दैनिक स्तंभकार डॉ. वेदप्रताप वैदिक का मंगलवार को निधन हो गया। वे 78 वर्ष थे। मंगलवार की सुबह वे बाथरूम में गिर गए थे, जिसके बाद उनको नजदीक के अस्पताल में ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित किया। डॉक्टर वैदिक का अंतिम संस्कार नई दिल्ली के लोधी रोड श्मशान में बुधवार शाम चार बजे होगा। इससे पहले बुधवार सुबह नौ से दोपहर एक बजे तक पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए गुड़गांव स्थित उनके निवास स्थान पर रखा जाएगा। परिवार की ओर से बताया...