economic growth

  • ये आंकड़े चुनावी हैं?

    उल्लेखनीय है कि दो वर्ष बाद आंकड़ों में संशोधन किया गया है। तो प्रश्न है कि क्या अब बताए गए आंकड़े अंतिम हैं? या आम चुनाव के माहौल में सुर्खियां बटोर लेने के बाद इनमें भी परिवर्तन किया जाएगा? economic growth राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने आर्थिक वृद्धि संबंधी आंकड़ों में कई संशोधन किए और नतीजा हुआ कि भारत के 2023-24 के आंकड़ों में चमत्कारिक वृद्धि हो गई। पिछले महीने एनएसओ ने यह वृद्धि दर 7.3 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था। अब इसे बढ़ाकर 7.6 प्रतिशत कर दिया गया है। बताया गया कि वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में...

  • दावे भी तो ऐसे!

    यह धारणा बनी है कि भारतीय अर्थव्यवस्था ने अंग्रेजी के K अक्षर की शक्ल हासिल कर ली है। एसबीआई की इस रिपोर्ट का मकसद इसी धारणा को तोड़ना मालूम पड़ता है। इसके लिए कई हवाई तर्क इसमें शामिल किए गए हैँ। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपनी एक ताजा रिपोर्ट ऐसे दावे किए हैं, जिनकी तुलना सिर्फ हवा में उड़ाए गए गुब्बारों से की जा सकती है। एसबीआई का दावा है कि भारत में हाल के सालों में आर्थिक असमानता घटी है। ऐसा इसलिए हुआ, क्योंकि हर क्षेत्र में खुशहाली का आलम है। एसबीआई ने असमानता का अनुमान लगाने के...

  • मूडीज ने भारत के वृद्धि अनुमान बढ़ाया

    नई दिल्ली। मूडीज इंवेस्टर्स सर्विस (Moody's Investors Service) ने बुधवार को 2023 के लिए भारत (India) की आर्थिक वृद्धि (economic growth) के अनुमान को 4.8 प्रतिशत से बढ़ाकर 5.5 प्रतिशत कर दिया। यह बढ़ोतरी बजट (capital expenditure) में पूंजीगत व्यय में तेज वृद्धि और बेहतर आर्थिक हालात के मद्देनजर की गई। मूडीज ने हालांकि 2022 के लिए भारत के वृद्धि अनुमान को सात प्रतिशत से घटाकर 6.8 प्रतिशत कर दिया। मूडीज ने वैश्विक व्यापक परिदृश्य 2023-24 के फरवरी के अपडेट में अमेरिका, कनाडा, यूरोप, भारत, रूस, मैक्सिको और तुर्किये सहित कई जी20 अर्थव्यवस्थाओं के लिए वृद्धि अनुमान को बढ़ाया है। वर्ष...

  • सरकार 2022-23 के लिए दूसरा अग्रिम जीडीपी अनुमान जारी करेगी

    नई दिल्ली। सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय दिसंबर तिमाही के आंकड़ों के साथ वित्तवर्ष 2022-23 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (Gross Domestic Product) (जीडीपी GDP) का दूसरा अग्रिम अनुमान मंगलवार शाम को जारी करेगा। मंत्रालय वित्तवर्ष 2021-22 के लिए आर्थिक वृद्धि का संशोधित अनुमान भी जारी करेगा। पिछले साल मई में इसके 8.7 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया था। पिछले महीने जारी किए गए पहले अग्रिम अनुमान के अनुसार, वित्तवर्ष 2022-23 के लिए सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर सात प्रतिशत रह सकती है। जीडीपी का दूसरा अग्रिम अनुमान इस मायने में महत्वपूर्ण है, क्योंकि भारतीय रिजर्व बैंक (reserve...

  • भारत की वृद्धि दर ‘काफी कमजोर’

    नई दिल्ली। भारत (India) की आर्थिक वृद्धि (economic growth) ‘काफी कमजोर’ है और संभवत: यह देश के बढ़ते श्रमबल की आकांक्षाओं को पूरा करने की दृष्टि से पर्याप्त नहीं रहेगी। भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) की मौद्रिक नीति समिति (Monetary Policy Committee) (एमपीसी MPC) के सदस्य जयंत आर वर्मा (Jayant R Verma) ने रविवार को यह बात कही। वर्मा ने कहा कि भारत में उन्हें लगता है कि 2022-23 में मुद्रास्फीति ऊंचे स्तर पर रहेगी, लेकिन 2023-24 में इसमें काफी कमी आएगी। उन्होंने कहा कि हालांकि, वृद्धि बहुत कमजोर नजर आ रही है और मौद्रिक सख्ती से मांग...