ये स्लोडाउन के संकेत हैं
वैश्विक बाजार पर मंडराती मंदी के कारण निर्यात घटे हैं और निर्यात की चीजों बनाने के लिए लिए जरूरी आयात घटा है, तो यह चिंता की बात है। इसका मतलब यह है कि देश में कारोबारी गतिविधियां धीमी हो रही हैं। इस वर्ष जनवरी में भारत का निर्यात गिरा और आयात उससे भी ज्यादा गिरा। नतीजा यह हुआ कि व्यापार घाटा उसके पहले के महीने की तुलना में कम हो गया। व्यापार घाटा कम होना अच्छी बात होती है, लेकिन अगर ऐसा अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर में गिरावट के कारण हो, तो उसे स्वस्थ पहलू नहीं माना जाता। आयात अगर...