अवसर है पर कही लम्हे की खता तो नहीं?
जी-20 की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सुनहरा मौका है। वे अपनी इमेज को दुनिया में वैसे ही चमका सकते है जैसे इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडोकी चमकी। मोदी को गूगल में सर्च करवा कर देखना चाहिए कि जी-20 की अध्यक्षता से जोको विडोडोकी वैश्विक मीडिया में कैसी वाह बनी थी! निश्चित ही मोदी का प्राथमिक लक्ष्य भारत के भीतर डुगडुगी का है। लेकिन देशी भक्तों पर तो पहले से ही जादू है। नरेंद्र मोदी की असल सिद्धी तो तब है जब बीबीसी, लंदन के अखबार, अमेरिका के न्यूयार्क टाईम्स या योरोप, जापान, आस्ट्रेलिया के उन देशों में वाह बने,...