गौ पूजन की सजीव परंपरा
गोवर्धन पूजा के दिन वरुण, इंद्र, अग्नि आदि प्रकृति पूजा, अन्न पूजा, परिवार पूजा, पशुधन और संपत्ति आदि की पूजा की जाती है। गायों का श्रृंगार करके उनकी आरती की जाती है, और उन्हें फल, मिठाइयां खिलाई जाती हैं। गाय के गोबर से गोवर्धन पर्वत की प्रतिकृति बनाकर उसकी पुष्प, धूप, दीप, नैवेद्य से पूजा की जाती है। इसे अन्नकूट के नाम से भी जाना जाता है। यह सामाजिक रूप से एक सम्मिलित परिवार के मध्य आपसी प्रेम, प्रतिष्ठा, एकता और मेल-मिलाप की प्रधानता का दिन है। 4 नवम्बर 2023 को गोवर्द्धन पूजा भगवान श्रीकृष्ण ने कार्तिक शुक्ल पक्ष प्रतिपदा...