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  • चलती का नाम गाड़ी

    अस्वीकरण: आप जो पढ़ने जा रहे हैं, वह काल्पनिक है, और नहीं भी। कथानक और पात्र इसलिए गढ़े गए हैं ताकि उस संवाद को वर्णित किया जा सके, जो हर परिवार में होना चाहिए। परंतु यह होता नहीं है। अप्रसन्न भारत की चिंताएं जायज हैं और उन्हें दूर किया जाना चाहिए। परंतु यह होता नहीं है। अपने विवेक का इस्तेमाल करते हुए आगे पढ़िए। अगर आप सहमत हैं तो आप समझदार हैं और वास्तविक अमृतकाल की तलाश में हैं। अगर आप असहमत हैं तो आपको कलयुग मुबारक। पर्दा उठता है सुश्री रीमा अपने ट्विटर पर वर्ल्ड हैप्पीनेस इंडेक्स पढ़ रही...