हरापन समेटे श्रावण की हरियाली अमावस्या
कृषि प्रधान भारत देश में हरियाली अमावस्या का त्यौहार सावन में प्रकृति पर आई बहार की खुशी में मनाया जाता है। इस दिन पीपल के वृक्ष की पूजा एवं परिक्रमा किये जाने तथा मालपूए का भोग बनाकर चढाये जाने की परम्परा है। हरियाली अमावस्या पर वृक्षारोपण का अत्यधिक महत्व माना गया है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार एक पेड़ दस पुत्रों के समान होता है। वृक्ष सदा उपकारी हैं। वृक्षरोपण वसुधैव कुटुम्बकम की भावना पर आधारित होने के कारण सुखदायी और पुण्यदायी माना जाता है। 17 जुलाई -हरियाली अमावस्या शिवमास श्रावण के महीने में भारत के प्रत्येक राज्य में चतुर्दिक हरियाली...