Health Sector
नई दिल्ली | Finance Minister Announces Relief Package : कोरोना से प्रभावित देश की अर्थव्यवस्था में जान फूंकने के लिए आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बड़ी घोषणा की हैं. कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित सेक्टरों को ध्यान में रखते हुए हेल्थ सेक्टर पर मुख्य फोकस किया गया है. इसके साथ ही निर्मला सीतारमण ने ऐलान किया कि हेल्थ सेक्टर के लिए विशेषकर 50,000 करोड़ रुपए दिए गए हैं. वहीं कोरोना से प्रभावित सेक्टरों के लिए 1.1 लाख करोड़ के पैकेज का ऐलान किया गया है. जानकारी के अनुसार यह रकम नॉन मेट्रो मेडिकल इंफ्रा पर खर्च किए जाने हैं. वित्त मंत्री ने छोटे उद्योगों को भी मदद के लिए क्रेडिट लाइन गारंटी स्कीम में भी बढ़ोतरी की है. बता दें पहले यह स्कीम ₹300000 की थी जिस से बढ़ाकर 4.50 लाख कर दिया गया है. जब अंतरराष्ट्रीय पर्यटन शुरू होगा तब पहले 5 लाख पर्यटकों को वीजा बिना किसी शुल्क के जारी किया जाएगा। इसका लाभ किसी भी पर्यटक को एक ही बार मिलेगा और ये योजना 31 मार्च 2022 या पहले 5 लाख वीजा पूरे होने तक जारी रहेगी: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण pic.twitter.com/G7TRCi7k6A — ANI_HindiNews (@AHindinews) June 28, 2021 25 लाख लोगों को होगा फायदा Finance… Continue reading भारत सरकार ने कोरोना प्रभावित सेक्टरों को दी राहत , 1.1 लाख करोड़ के पैकेज का ऐलान
नई दिल्ली | देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल राष्ट्र को संबोधित करते हुए देश के लोगों को राहत भरी खबर दी थी. पीएम ने एलान किया कि अब देश के 18 वर्ष से ज्यादा उम्र वाले लोगों की वैक्सीन की जिम्मेवारी भी केंद्र सरकार ने ले ली है. देश के लोगों के साथ ही लगभग सभी राज्यों की सरकार ने पीएम मोदी के इस ऐलान के बाद निश्चय ही राहत की सांस ली होगी. लेकिन पीएम के संबोधन के दौरान कई बार फ्री(मुफ्त) शब्द का प्रयोग किया था. पीएम के इस संबोधन में 5 से ज्यादा बार इस शब्द का प्रयोग किया था. लेकिन पहले तो ये सोचें कि क्या वैक्सीन के लिए फ्री शब्द का प्रयोग करना सही है इसकी जगह पीएम निशुल्क शब्द का भी प्रयोग कर सकते थे. हालांकि इस शब्द में कोई खराबी नहीं है. लेकिन कहीं ना कहीं देश के कई लोग इस बात से इत्तेफाक रखेंगे कि ये शब्द फ्री ( मुफ्त) उनके आत्मविश्वास को ठेस पहुंचाता है. अब सवाल ये उठता है कि क्या सच में देश के लोगों को फ्री कोरोना की वैक्सीन मिल रही है. किसके पैसे से सरकार देगी वैक्सीन ये तो सब जानते हैं कि केंद्र की… Continue reading माननीय प्रधानमंत्री, कृपया कर अपने संबोधन में ‘फ्री’ या मुफ्त ना कहें, दिल जलता है (भाग 1)
नई दिल्ली | देशभर में पेट्रोल और डीजल की कीमतें आसमान छू रही है. देश के कई शहरों में पेट्रोल के दाम 100 पार हो चुके हैं. अभी भी पेट्रोल और डीजल के दाम कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं. इन हालातों में पेट्रोलियम मंत्री ने संकेत दिए हैं कि अभी डीजल पेट्रोल की कीमतों में कोई कमी नहीं आने वाली है. केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान गुजरात दौरे पर हैं. इस दौरान जब उनसे पेट्रोल डीजल की कीमत पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि अभी सरकार की आमदनी काफी कम हो गई है, दूसरी और सरकार का खर्च लगातार बढ़ता जा रहा है. ऐसे में पेट्रोल और डीजल की कीमतों के कम होने के कोई आसार नहीं दिखते हैं. भारत सरकार का ध्यान अभी हेल्थ सेक्टर में पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि भारत सरकार का ध्यान अभी हेल्थ सेक्टर में है. उन्होंने कहा कि अभी सरकार वेलफेयर एक्टिविटीज और जितना हो सके स्वास्थ्य पर ध्यान दे रही है ऐसे में पेट्रोल डीजल के दाम कम करने के लिए यह सही वक्त नहीं है. उन्होंने कहा कि यदि पेट्रोल डीजल की कीमतों को कम किया जाता है तो इससे आम लोगों पर और… Continue reading Petrol Diesel Prize: पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का बड़ा बयान कहा- अभी पेट्रोल-डीजल के दाम कम करने का सही समय नहीं
इसके बाद दूरगामी योजना बनानी चाहिए। अगर फिर से आज जैसी मुसीबत को दोहराए जाने से रोकना है तो इसके अलावा कोई विकल्प नहीं है कि भारत को अपनी जीडीपी का 5 से 6 प्रतिशत हिस्सा स्वास्थ्य के क्षेत्र में निवेश करे। साथ ही स्वस्थ्य प्रणाली को विकेंद्रित करना जरूरी है। ( coronavirus) आजादी के बाद महामारियों से निपटने में भारत का रिकॉर्ड बेहतर रहा है। कोरोना महामारी आने के पहले अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन ने इस बारे में एक चर्चा में कहा था कि जब एड्स आया, तो कहा गया था कि इसकी सबसे ज्यादा मार भारत पर पड़ेगी। लेकिन एहतियाती कदम उठाकर ऐसा होने से रोक दिया गया। आज भी ज्यादातर विशेषज्ञों का मानना है कि भारत में सिलसिलेवार तरीके से और राष्ट्रीय स्तर पर योजना बना कर वायरस के प्रसार को नियंत्रित किया जा सकता है। उनके मुताबिक आज भारत की सबसे बड़ी विफलताओं में से एक सही संवाद की कमी है। ऐसा संवाद जो सच पर आधारित हो और जिसमें लोगों को गुमराह ना किया जाए। अब हम जहां पहुंच गए हैं, वहां तुरंत सरकारों को राजनीतिक रैलियों और धार्मिक समारोहों सहित शादियों और सामूहिक समारोहों में भाग लेने से हतोत्साहित करना चाहिए। लोगों को बताया जाना… Continue reading अब रास्ता किधर है?
स्वास्थ्य क्षेत्र के प्रति अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दर्शाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि इस साल के केंद्रीय बजट में स्वास्थ्य के लिए आवंटन “अभूतपूर्व” रहा है।