अदानी फिर बेनकाब?
नई दिल्ली। अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने बताया है कि अदानी समूह के खिलाफ कार्रवाई करने में भारत की पूंजी बाजार नियामक एजेंसी सेबी की अनिच्छा का कारण उसकी चेयरपर्सन माधवी पुरी बुच और उनके पति की अदानी समूह से जुड़े विदेशी कोष में हिस्सेदारी है। हालांकि सेबी प्रमुख ने इस आरोप को 'आधारहीन' और 'चरित्र हनन' की कोशिश बता खारिज किया है। वही कांग्रेस ने कहा है कि हिंडनबर्ग के नए खुलासे ने 'अदानी महाघोटाले' के पूरे दायरे की जेपीसी जांच हो। हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की प्रमुख बुच...