India US relations

  • किस मोड़ पर रिश्ता?

    दोनों देशों ने ब्रिटिश अखबार की खबर की पुष्टि की है। यह संकेत है कि अमेरिका भारत के साथ कोई सार्वजनिक विवाद खड़ा नहीं करना चाहता, जैसाकि कनाडा ने किया था। लेकिन इससे दोनों देशों के बीच पैदा हुए अविश्वास का संकेत भी मिला है। एक ब्रिटिश अखबार ने यह सनसनीखेज खबर छापी कि अमेरिका ने अपने यहां खालिस्तानी कार्यकर्ता गुरपतवंतसिंह पन्नूं की हत्या की कोशिश को नाकाम कर दिया था और इस बारे में उसने भारत को चेतावनी दी थी। उसी खबर में बताया गया कि अमेरिकी अभियोजकों ने इस बारे में एक वैधानिक दस्तावेज तैयार किया है। प्रशासन...

  • कटिंग-एज तो नहीं

    रणनीतिक क्षेत्र में भारत में अमेरिकी नौसैनिक बेड़ों को “मरम्मत की सुविधा” देने पर बनी सहमति को एक अहम घटना समझा जाएगा। इसका अर्थ है कि भारत ने अमेरिकी सेना के अभियानों में अपनी जमीन का इस्तेमाल करने की इजाजत देने की शुरुआत कर दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका दौरे का प्रतीकात्मक या मोदी के लिए राजनीतिक महत्त्व चाहे जो हो, लेकिन इससे भारत को तकनीक या आर्थिक क्षेत्र में कोई लाभ हुआ, यह कहने का कोई ठोस आधार नहीं है। रणनीतिक क्षेत्र में भारत में अमेरिकी नौसैनिक बेड़ों को “मरम्मत की सुविधा” देने पर सहमति बनी, उसे...