सरकार इतनी लाचार क्यों?
ये बातें एक तरह से सरकार की आर्थिक नीतियों की नाकामी की पुष्टि करती हैं। यह साफ है कि “धन-निर्माताओं” की धन-वृद्धि पर केंद्रित नीतियों से देश की समग्र अर्थव्यवस्था वह लाभ नहीं हुआ है, जिसका सपना सरकार दिखाती रही है। उद्योगपतियों के सामने कोई सरकार इस रूप में लाचारी जताए, ऐसा शायद ही पहले कभी हुआ होगा। कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रीज (सीआआई) के सम्मेनल को प्रधानमंत्री और वाणिज्य मंत्री दोनों ने संबोधित किया। नरेंद्र मोदी ने उद्योग घरानों के बढ़ते धन को देश की कामयाबी बताया। संदेश दिया कि सारी दुनिया में भारत अकेला चमकता स्थल है, जिसका उन्हें...