दवा उद्योग का संकट
पिछले दस महीनों में भारतीय कंपनियों की दवाओं के खिलाफ डब्लूएचओ की यह पांचवीं चेतावनी है। पिछले कुछ महीनों से भारत का दवा उद्योग अंतरराष्ट्रीय विवादों से जूझ रहा है, क्योंकि कई देशों से भारतीय दवाओं से लोगों की जान जाने की खबरें आ चुकी हैं। एक समय भारत में खासकर जेनेरिक दवाओं का उद्योग इतनी तेजी से विकसित हुआ कि भारत को गरीब देशों के लोगों का जीवन-रक्षक बताया जाने लगा। लेकिन भारतीय दवाएं अगर दुनिया भर में इस्तेमाल की जाने लगीं, तो इसका कारण सिर्फ उनका सस्ता होना नहीं था। बल्कि सस्ता होने के साथ भारतीय दवाओं ने...