भारतः सब कैसा एक्स्ट्रीम!
हम 140 करोड़ लोगों का सत्य क्या है, इसे भारत में न जाना जा सकता है और न सत्य स्वीकार्य होगा। उससे सीखने या सुधरने का तो खैर सवाल ही नहीं उठता! इस रविवार ‘नया इंडिया’ में सत्येंद्र रंजन का लेख था। उससे सप्रमाण यह सच्चाई जाहिर हुई कि भारत में यदि कोई व्यक्ति हर महीने 25 हजार रुपए या उससे ज्यादा कमाता है, तो वह देश की सर्वाधिक आमदनी वाली टॉप दस प्रतिशत आबादी का हिस्सा हैं। मतलब कि 140 करोड़ लोगों में से 90 प्रतिशत लोग 25 हजार रुपए से कम की आमदनी पर जिंदगी गुजार रहे हैं।...