international religious freedom commission

  • उन्होंने अपनी ड्यूटी निभाई है

    आज हाल यह है कि भारत के बारे में अमेरिकी अधिकारी नाप-तौल कर बोलते हैं, ताकि भारत सरकार की भावना को कहीं खरोंच ना लग जाए। कारण स्पष्ट है। अमेरिका की प्राथमिकता चीन को घेरना है और यह काम बिना भारत की मदद के नहीं हो सकता। अमेरिका ने अपने विदेश मंत्रालय के तहत एक अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता आयोग बना रखा है, जिसका काम हर साल दुनिया भर के देशों में धार्मिक स्वतंत्रता की स्थिति पर रिपोर्ट तैयार करना है। आयोग अपना यह काम पूरे मनोयोग से करता है। अपनी रिपोर्ट सौंपने के बाद उसकी ड्यूटी पूरी हो जाती है।...