Jaipur Literature Festival

  • मेरा लेखन पूरी तरह स्वतंत्र: सुधा मूर्ति

    जयपुर। लेखिका और समाज सेवी तथा पद्मश्री से सम्मानित सुधा मूर्ति (Sudha Murthy) का कहना है कि उनका लेखन पूरी तरह से स्वतंत्र है और उस पर किसी भी प्रकार से उनके पति की छाप नहीं है। हालांकि, उन्होंने कहा कि उनके पति नारायण मूर्ति (Narayana Murthy) की कंपनी इंफोसिस ने उनके 'कैनवास' का दायरा बढ़ाने में मदद जरूर की, लेकिन उनका लेखन करियर पूरी तरह से उनका अपना रहा है। गैर-लाभकारी संगठन इंफोसिस फाउंडेशन (Infosys Foundation) की अध्यक्ष सुधा मूर्ति ने शुक्रवार को यहां जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (Jaipur Literature Festival) में एक सत्र में भाग लेते हुए कहा कि अगर...

  • भाषा की सरहदें सख्त नहीं होनी चाहिए

    जयपुर। किसी भी भाषा की समृद्धि के लिए उसमें लोच और रवानगी को महतवपूर्ण बताते हुए 'रेत समाधि' ('Ret Samadhi') की लेखिका एवं बुकर पुरस्कार विजेता (Booker Prize winner) गीतांजलि श्री (Gitanjali Shree) ने यहां शनिवार को जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (Jaipur Literature Festival) (जेएलएफ-JLF) में कहा कि भाषा की सरहदें सख्त नहीं होनी चाहिए। गीतांजलि श्री ने कहा कि भाषा के शुद्धिकरण के चक्कर में लोग भूल जाते हैं कि भाषा में जितना लचीलापन, जितनी गति और रवानी रहेगी, भाषा उतनी ही समृद्ध होगी। उन्होंने भाषा में नए प्रयोगों और रूढ़िवादी परपंराओं को तोड़ने की भी हिमायत की। गीतांजलि श्री...

  • जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का आगाज

    जयपुर। साहित्य उत्सव (literature festival) के रुप में मशहूर जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल-2023 (Jaipur Literature Festival-2023) (जेएलएफ-JLF) का 16वां संस्करण आज यहां शुरु हुआ। जयपुर की होटल क्लार्क्स आमेर (Hotel Clarks Amer) में आयोजित पांच दिवसीय इस साहित्य उत्सव का सुबह नोबेल प्राइज विजेता अब्दुलरज़ाक गुरनाह (Abdulrazak Gurnah) ने उद्घाटन किया। इस अवसर पर श्री गुरनाह ने लेखन को एक अनूठी परम्परा बताते हुए कहा कि यह जारी रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि काम करने के लिए प्रतिरोध नहीं होना चाहिए। इसी क्रम में नॉबेलिटी और ब्रेवरी भी आती है। प्रतिरोध करने का एक तरीका लिखना भी है और लिखते रहना...