न्याय की देवी या देवता उसको क्यूं नहीं दिखता अन्याय…?
भोपाल। आजकल अनेक ऐसे मामले सामने आ रहे हैं कि न्याय की देवी या देवता के ऊपर से जनता के मन में अविश्वास होने लगा है! लोगों को लगता हैं कि पुलिस या अन्य जांच एजेंसियां गरीबों और सत्ता के आलोचकों के मुंह बंद कराने का ही काम कर रही है। परंतु वहीं अदालतों द्वारा इन जांच एजेंसियों के काम की कानूनी परख नहीं किए जाने से इस अन्याय में अदालातें भी अन्याय की भागीदार बनती जा रही हैं। इसके लिए क्या कानून की देवी की आंखों की पट्टी जिम्मेदार है ? कहते है कि सनातन धरम में न्याय के...