“लो-स्पर्म काउंट” गम्भीर समस्या, आसान हल
गर्भाधान के लिये केवल एक शुक्राणु चाहिये, लेकिन परफेक्ट शेप में, पूरी तरह स्वस्थ। ताकि वह अंडे तक पहुंचकर, उसे निषेचित कर पाये। सम्भोग में स्खलित करोड़ों शुक्राणुओं में से कोई एक सफल होता है। लंबे समय तक एक मुद्रा में बैठना, मोटापा, स्ट्रेस, स्मोकिंग, शराब, ड्रग्स, प्लास्टिक(बिस्फेनॉल-बीपीए), प्रदूषण, कीटनाशकों/ औद्योगिक रसायनों से एक्सपोजर लो-स्पर्म काउंट के बड़े कारण हैं। लो-स्पर्म काउंट यानी ओलिगोस्पर्मिया, युवाओं में प्रजनन से जुड़ी आम समस्या है। वजह पुरूष जननांगों का गर्भाधान के लिये जरूरी शुक्राणु न बना पाना है। हालांकि, गर्भाधान के लिये केवल एक शुक्राणु चाहिये, लेकिन परफेक्ट शेप में, पूरी तरह स्वस्थ।...