प्रकाश अम्बेडकर है तो भाजपा क्यों न जीते!
अकोला से श्रुति व्यास अकोला। यूपी में मायावती है तो विर्दभ में प्रकाश अम्बेडकर है। और फिर अकोला में खुद प्रकाश अम्बेडकर खड़े है अपनी वंचित बहुजन विकास आघाडी से। 2019 में भी अम्बेडकर उम्मीदवार थे। उन्हे कोई पौने तीन लाख वोट (25 प्रतिशत) मिले। कांग्रेस उम्मीदवार को ढाई लाख (22.7 प्रतिशत) वोट, वही भाजपा के संजय धोत्रे को साढे पांच लाख वोट (49.5 प्रतिशत) वोट मिले और वे मजे से जीते। उस नाते अकोला में संस्पेंस नहीं है। भाजपा ने परिवादवाद में चार बार सांसद रहे संजय धोत्रे के पुत्र अनूप धोत्रे को उम्मीदवार बनाया है। सवाल है राजनीति...