MP Asseimbly election

  • चेहरे वही… चाल नई… कसौटी पर चरित्र…!

    भोपाल। भाजपा का कभी सूत्र वाक्य रहा चाल. चरित्र. चेहरा राजनीतिक दल और उसके नेतृत्व खासतौर से भाजपा के नेताओं की परीक्षा लेता रहा..बदलती भाजपा में बड़ा सवाल चेहरे. वही.. चाल. नई .. तो क्या चुनाव में कसौटी पर उम्मीदवारों की पुण्याई और उनका चरित्र..! या फिर अपने नेता मोदी जी के नाम पर सभी चुनावी नैया पार कर लेंगे.. या फिर क्षेत्र विशेष की जनता अपना हिसाब किताब पूरा करने के लिए इनके लिए पहले ही अपना मानस बन चुकी है..2023 विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा और कांग्रेस की मैदानी दावेदारी और उम्मीदवारी पर यदि गौर किया जाए तो...

  • मतदाताओं की दुविधा बढ़ाने वाले चुनाव

    भोपाल। जिस तरह से प्रदेश के दोनों ही प्रमुख दल भाजपा और कांग्रेस के साथ-साथ तीसरी ताकत के रूप में भीम आर्मी, आप, जयस, बसपा और सपा अभी से जोर लगा रहे हैं उससे इतना तो तय है कि पहली बार प्रदेश में मतदाता दुविधा में रहेगा कि कौन किसको हरायेगा। दरअसल 2023 विधानसभा चुनाव के लिए जहां भाजपा और कांग्रेस कमर कस चुकी है और ऐसा कोई भी क्षेत्र नहीं छोड़ रही हैं जहां कमजोर कड़ी के कारण चुनावी पराजय हो बूथ मैनेजमेंट भाजपा का चुनाव जीतने का आजमाया हुआ अस्त्र है। उसी को और माइक्रो मैनेजमेंट की ओर...

  • भाजपा ने दिग्गज नेताओं को सौंपी जिम्मेदारी

    भोपाल। चुनावी तैयारियों में जुटी सत्ताधारी दल भाजपा ने प्रदेश में रूठे और असंतुष्ट कार्यकर्ताओं एवं नेताओं को मनाने की जिम्मेदारी 14 दिग्गज नेताओं को सौंपी है जिनमें तीन पूर्व प्रदेशाध्यक्ष और संगठन और सरकार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले नेता शामिल है और जिनकी कार्यकर्ताओं के बीच अच्छी छवि है। दरअसल, प्रदेश में मिशन 2023 भाजपा और कांग्रेस के लिए “करो या मरो” जैसी स्थिति में है क्योंकि 2018 के चुनाव परिणाम लगभग बराबरी के थे जहां भाजपा 15 वर्षों के बाद सत्ता से बाहर हुई थी। वही कांग्रेस को सत्ता में आने की उम्मीद बनी थी। यही कारण...