चेहरे वही… चाल नई… कसौटी पर चरित्र…!
भोपाल। भाजपा का कभी सूत्र वाक्य रहा चाल. चरित्र. चेहरा राजनीतिक दल और उसके नेतृत्व खासतौर से भाजपा के नेताओं की परीक्षा लेता रहा..बदलती भाजपा में बड़ा सवाल चेहरे. वही.. चाल. नई .. तो क्या चुनाव में कसौटी पर उम्मीदवारों की पुण्याई और उनका चरित्र..! या फिर अपने नेता मोदी जी के नाम पर सभी चुनावी नैया पार कर लेंगे.. या फिर क्षेत्र विशेष की जनता अपना हिसाब किताब पूरा करने के लिए इनके लिए पहले ही अपना मानस बन चुकी है..2023 विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा और कांग्रेस की मैदानी दावेदारी और उम्मीदवारी पर यदि गौर किया जाए तो...