MPC

  • भारत की वृद्धि दर ‘काफी कमजोर’

    नई दिल्ली। भारत (India) की आर्थिक वृद्धि (economic growth) ‘काफी कमजोर’ है और संभवत: यह देश के बढ़ते श्रमबल की आकांक्षाओं को पूरा करने की दृष्टि से पर्याप्त नहीं रहेगी। भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) की मौद्रिक नीति समिति (Monetary Policy Committee) (एमपीसी MPC) के सदस्य जयंत आर वर्मा (Jayant R Verma) ने रविवार को यह बात कही। वर्मा ने कहा कि भारत में उन्हें लगता है कि 2022-23 में मुद्रास्फीति ऊंचे स्तर पर रहेगी, लेकिन 2023-24 में इसमें काफी कमी आएगी। उन्होंने कहा कि हालांकि, वृद्धि बहुत कमजोर नजर आ रही है और मौद्रिक सख्ती से मांग...

  • महंगाई घटने से ब्याज में वृद्धि की जरूरत घटी

    नई दिल्ली। एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स मानना है कि भारत में मुख्य मुद्रास्फीति में क्रमिक आधार पर लगातार कमी आ रही है, ऐसे में 6.25 प्रतिशत के ऊंचे स्तर तक पहुंच चुकी नीतिगत दर में और वृद्धि की जरूरत सीमित रह गई है। भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं में आई अड़चनों की वजह से पिछले साल मई से रेपो दर में 2.25 प्रतिशत की वृद्धि कर चुका है। रेपो दर इस समय 6.25 प्रतिशत है। रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (Monetary Policy Committee) (एमपीसी MPC) बुधवार को नीतिगत दरों (Policy Rates)...