Nupur

  • चंद्रशेखर मजे में, नुपूर खतरे में – क्यों?

    अच्छा हो, कि हमारे सर्वोच्च सांसद, मंत्री, और न्यायाधीश समाज के विवेकशील प्रतिनिधियों को साथ लेकर समरूप विचार-नीति और दंड-नीति बनाएं। जिस से शिक्षा और कानून, तथा राजनीतिक और धार्मिक व्यवहारों पर सभी समुदायों को एक समान अधिकार एवं सुरक्षा प्राप्त हो। किसी भी बहाने किसी समुदाय को विशेष अधिकार, या किसी को विशेष उपेक्षा न मिले। विशेषाधिकारों का दावा अधिक दूर तक नहीं चल सकता। सब को निरपवाद रूप से मांनना होगा कि ‘दूसरों के साथ वह व्यवहार न करें जो अपने लिए नहीं चाहते।’ स्वतंत्र भारत में यह आम दृश्य है कि हिन्दू धर्म, जाति, आदि पर कितने...