माहौल में बारीक बदलाव?
अंतिम परिणाम जानने के लिए हमें चार जून तक इंतजार करना होगा। फिलहाल यह जरूर कहा जा सकता है कि एक जैसी ही सियासत से जनता में एक थकान उभरी है। साथ ही एंटी इन्कंबैंसी का फैक्टर कहीं ना कहीं फिर से काम करने लगा है। लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण वाली सीटों पर पिछले दो आम चुनावों की तुलना में कम वोट पड़े। इस तरह कम मतदान का एक ट्रेंड उभरता नजर आ रहा है। पहले और दूसरे चरण को मिला कर लोकसभा की 543 में से 190 सीटों पर मतदान पूरा हो चुका है। वहां से अब तक...