Pilgrimage

  • तीर्थस्थान भीड़ कैसे संभले?

    तीर्थस्थलों पर यात्रियों का सागर उमड़ पड़ा है। इतनी भीड़ आ रही है कि कहीं भी तिल रखने को जगह नही मिल रही।आज से दो वर्ष पहले तक मथुरा, वृन्दावन, गोवर्धन व बरसाना आना-जाना काफ़ी सुगम था। जो आज असंभव जैसा हो गया है। कोविड के बाद से तीर्थाटन के प्रति भी एक नया ज्वार पैदा हुआ है।मथुरा के इन तीनों तीर्थ स्थलों पर प्रवेश से पहले वाहनों की इतनी लम्बी कतारें खड़ी रहती हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हिन्दू तीर्थों के विकास की तरफ जितना ध्यान पिछले सालों में दिया है उतना...

  • भाजपा चली आप की राह, दिल्ली के बुजुर्गों के लिए मुफ्त तीर्थयात्रा शुरू

    नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने बृहस्पतिवार को बुजुर्गों और महिलाओं के लिए एक मुफ्त तीर्थयात्रा (Pilgrimage) कार्यक्रम की शुरूआत की तथा पार्टी की दिल्ली इकाई के प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा (Virendra Sachdeva) ने मथुरा-वृंदावन (Mathura-Vrindavan) के लिए चार बसों को हरी झंडी दिखा कर यहां से रवाना किया। भाजपा (BJP) का मुफ्त तीर्थयात्रा कार्यक्रम दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) नीत सरकार की ‘मुख्यमंत्री तीर्थयात्रा योजना’ की तर्ज पर है, जिसके तहत बुजुर्ग नागरिकों को देश भर की मुफ्त तीर्थयात्रा कराई जाती है। यहां कोंडली से चार बसों को मथुरा, वृंदावन और गोवर्द्धन के लिए बृहस्पतिवार को रवाना किया गया,...

  • सम्मेद शिखर को लेकर देश में भूचाल

    रांची। झारखंड (Jharkhand) के गिरिडीह (Giridih) जिले में स्थित जैनियों के सर्वोच्च तीर्थस्थल (pilgrimage center) पारसनाथ पहाड़ी (Parasnath hill) सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल के रूप में नोटिफाई किए जाने पर देश-विदेश में विरोध प्रदर्शनों का सिलसिला जारी है। सरकार के इस फैसले के विरोध में राजस्थान के सांगानेर में अनशन करते हुए जैन मुनि संजय सागर जी (Jain monk Sanjay Sagar ji) ने मंगलवार को देह त्याग दिया। इसके बाज जैन धर्मावलंबियों (Jainism) का आक्रोश और उबल पड़ा है। दूसरी तरफ इस विवाद पर सियासत भी तेज हो गई है। झारखंड में सरकार का नेतृत्व करने वाली पार्टी जेएमएम...